बेंगलुरु : कर्नाटक के दावणगेरे में एक युवती के शादी के इनकार करने के बाद उसके गांव में एख बस पहुंची, दरअसल, युवती ने अपने गांव में बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण शादी करने से इनकार कर दिया था.
दावणगेरे जिले के रामपुर गांव की रहने वाली 26 वर्षीय बिंदू ने कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपने गांव में बुनियादी सुविधाओं की मांग की थी. उसने लिखा कि था वह तब तक शादी नहीं करेगी जब तक उसके गांव को टार रोड नहीं मिल जाता.
रामपुर गांव मायाकोंडा होबली को जोड़ता है, जो दावणगेरे और चित्रदुर्ग जिले की सीमा है. इस गांव में 40 घर हैं, लेकिन उसके पास कोई उचित सड़क नहीं थी.
इसे बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए बिंदू ने कहा था कि आजादी के 75 साल बाद भी यह गांव अविकसित है. हमें बस पकड़ने के लिए कीचड़ वाली सड़कों पर 7 किमी से अधिक चलना पड़ता है. बुनियादी ढांचा सुविधा प्रदान करने के लिए मैंने सीएम और पीएम को पत्र लिखा है.
ईटीवी भारत में समाचार पढ़कर दावणगेरे के डीसी महंतेश बिलगी ने गांव का दौरा किया. उन्होंने ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का वादा किया. बिंदू के पत्र पर मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने प्रतिक्रिया दी है. सीएमओ ने जिला प्रशासन को तत्काल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं.
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बाद में जिला प्रशासन ने गांव में सड़क निर्माण का काम शुरू किया. अब सिर्फ डंबर पैच वर्क बाकी है. आज केएसआरटीसी की बस गांव आ गई, जहां महिलाओं ने बस की पूजा की.