नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोक सभा में बहुप्रतीक्षित आम बजट 2021-2022 पेश किया. संसद का बजट सत्र चल रहा है और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वित्त मंत्री ने लोक सभा में की कार्यवाही शुरू होने के बाद भारत की आर्थिक योजनाओं को संसद के पटल पर रखा.
बुनियादी अवसंरचना के लिए बजट
सरकार ने देश में बुनियादी अवसंरचना के सृजन के जरिए आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में पूंजीगत व्यय को 34.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.5 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है.
चालू वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय को 4.12 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से बढ़ाकर 4.39 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया गया है.
सीतारमण ने बजट भाषण में कहा, 2020-21 में पूंजीगत व्यय तेज किया गया है. हमने पूंजीगत व्यय के लिए 4.12 लाख करोड़ रुपये दिए थे. संसाधनों में कमी के बाद भी हमारा प्रयास रहा कि पूंजीगत व्यय को तेज करें. हम इस वित्त वर्ष में करीब 4.39 लाख करोड़ रुपये खर्च करने वाले हैं. हमने यह 2020-21 के लिए संशोधित बजट में यह प्रावधान किया है.
वित्त मंत्री ने अगले वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय को और बढ़ाते हुए 5.54 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव रखा. यह 2020-21 के 4.12 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से 34.5 प्रतिशत अधिक है.
उन्होंने कहा, इसमें से मैंने 44 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि आर्थिक मामलों के विभाग के लिए अलग रखा है. यह पूंजीगत व्यय के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले और जरूरतमंद विभागों को दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस व्यय से ऊपर सरकार राज्यों और स्वायत्त निकायों को व्यय के लिए दो लाख करोड़ रुपये से अधिक देगी. उन्होंने कहा, हम बुनियादी संरचना के सृजन पर राज्यों को अधिक खर्च करने के लिये प्रेरित करने की विशेष व्यवस्था करने पर भी काम करेंगे.
परिवहन के लिए निर्धारित बजट :-
- पब्लिक बस के लिए 18 हजार करोड़
- रेलवे के लिए 1 लाख 10 हजार करोड़
- मेट्रो के लिए 11 हजार करोड़
परिवहन क्षेत्र में राजमार्गों के निर्माणों के लिए बजट :-
- परिवहन मंत्रालय को रोड प्रोजेक्ट के लिए 1.18 लाख करोड़ रुपये का बजट दिया गया है.
- 1.03 लाख करोड़ रुपये के निवेश से तमिलनाडु में 3,500 किमी के राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया जाएगा.
- 25,000 करोड़ रुपये की लागत से पश्चिम बंगाल में 675 किमी राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा.
- 34000 करोड़ रुपये की लागत से असम में 675 किमी राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा.
- 65,000 करोड़ रुपये के निवेश से केरल में 1,100 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य किया जाएगा.
- 1.03 लाख करोड़ रुपये के निवेश से तमिलनाडु में 1,100 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य किया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 3.3 लाख करोड़ रुपये की लागत से 13,000 किलोमीटर से अधिक की सड़क पहले ही 5.35 लाख करोड़ रुपये की भारतमाला परियोजना के तहत दी जा चुकी है, जिसमें 3,800 किलोमीटर का निर्माण किया गया है. मार्च 2022 तक 8,500 किलोमीटर और नेशनल हाईवे कॉरिडोर का अतिरिक्त 11,000 किलोमीटर को पूरा करेंगे.