श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकवादियों की गोलीबार में घायल हुए विशेष पुलिस अधिकारी इशफाक अहमद के भाई की रविवार को श्रीनगर के एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. आतंकवादियों ने शनिवार को एसपीओ इशफाक अहमद की बडगाम में उनके आवास के पास गोली मार कर हत्या का दी थी. इस घटना में उनके भाई उमर जान को भी गोलियां लगी थीं. अधिकारियों ने बताया कि उमर को बेमीना के एसकेआईएमएस अस्पताल लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि एक छात्र उमर जान और मारे गए एसपीओ के भाई की जेवीसी अस्पताल बेमिना में सुबह 5 बजे मौत हो गई. एसपीओ इशफाक अहमद ने शनिवार को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था. उमर जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे थे लेकिन आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली. शनिवार की शाम बडगाम जिले के चाडबुग इलाके में आतंकवादियों ने इस हमले को अंजाम दिया था. हमले के तुरंत बाद तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी और अन्य ने हत्याओं की निंदा की है.
लोगों ने नम आंखों से दोनों भाइयों को किया सुपुर्द-ए-खाक
चाडबुग के रहने वाले एसपीओ इशफाक अहमद को जिला पुलिस लाइन में अंतिम श्रद्धांजलि दी गई. दोनों भाइयों के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इसके बाद लोगों ने नम आंखों के साथ एसपीओ इशफाक अहमद और उनके भाई उमर जान को चाडबुग गांव में सुपुर्द-ए-खाक किया. इससे पहले दोनों भाइयों के शव उनके पैतृक गांव पहुंचने के बाद गांव में मातम छा गया. शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और बुर्जुगों ने शोक संतप्त परिवार का दौरा किया.
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