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बीएसएफ ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर शुरू किया ऑपरेशन सर्द हवा

BSF Operation Sard Hawa : आमतौर पर ऐसे अलर्ट गणतंत्र दिवस समारोह से 10 दिन पहले जारी किए जाते हैं. हालांकि, 22 जनवरी को राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम के चलते इस साल गणतंत्र दिवस से 15 दिन पहले अलर्ट जारी किया गया है. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

BSF issues Operation Sard Hawa
बीएसएफ
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 16, 2024, 8:05 PM IST

नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आगामी गणतंत्र दिवस समारोह से पहले किसी भी तरह की आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा पर 15 दिनों का विशेष अलर्ट जारी किया है. बीएसएफ ने ऑपरेशन सर्द हवा चलाया है.

जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान सहित पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले सभी चार राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है. खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बीएसएफ के सूत्रों ने मंगलवार को ईटीवी भारत को बताया कि 26 जनवरी से पहले भारत-पाकिस्तान सीमा पर छह तरह के आतंकी खतरे मंडरा रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि 'पाकिस्तान रेंजर्स और आईएसआई 'मसरूर बड़ा भाई' के माध्यम से आतंकवादियों की घुसपैठ प्रक्रिया में सहायता कर रहे हैं, जो विदेशी आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लॉन्च पैड में से एक है.

सूत्रों ने कहा कि 'पाकिस्तान स्थित आतंकवादी चीन निर्मित ड्रोन के माध्यम से बड़ी मात्रा में ड्रग के साथ-साथ चीन निर्मित हथियार भी भारत भेज रहे हैं. पाकिस्तान रेंजर्स और आईएसआई हथियारों और नशीली दवाओं के परिवहन में भी मदद कर रहे हैं.'

आमतौर पर ऐसे अलर्ट गणतंत्र दिवस समारोह से 10 दिन पहले जारी किए जाते हैं. सूत्रों ने कहा कि 'हालांकि 22 जनवरी को राम मंदिर प्रतिष्ठापन कार्यक्रम है, इसलिए गणतंत्र दिवस से 15 दिन पहले अलर्ट जारी किया गया है.' खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में बैठे आका सक्रिय रूप से ड्रोन का उपयोग करके पंजाब और राजस्थान में हथियार और ड्रग्स पहुंचाने में आतंकवादी संगठनों की मदद कर रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि 'भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी बॉर्डर, करतारपुर कॉरिडोर और हुसैनीवाला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बीएसएफ ने जम्मू और पंजाब के नदी क्षेत्रों के आसपास भी निगरानी बढ़ा दी है, जो आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए एक रास्ता बन सकते हैं. किसी भी सुरक्षा उल्लंघन या आतंकी हमले को विफल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक निगरानी बढ़ा दी गई है.'

सूत्रों ने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर सेक्टर के 13 छोटे जल प्रवाह मार्गों और 3 बड़ी नदियों पर सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है. पंजाब क्षेत्र में नदी क्षेत्रों पर भी इसी तरह की निगरानी बढ़ा दी गई है.' लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के गुजरात के रास्ते घुसपैठ करने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ ने गुजरात में ऑल टेरेन व्हीकल्स (एटीवी) की गश्त बढ़ा दी है.

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जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान सहित पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले सभी चार राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है. खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बीएसएफ के सूत्रों ने मंगलवार को ईटीवी भारत को बताया कि 26 जनवरी से पहले भारत-पाकिस्तान सीमा पर छह तरह के आतंकी खतरे मंडरा रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि 'पाकिस्तान रेंजर्स और आईएसआई 'मसरूर बड़ा भाई' के माध्यम से आतंकवादियों की घुसपैठ प्रक्रिया में सहायता कर रहे हैं, जो विदेशी आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लॉन्च पैड में से एक है.

सूत्रों ने कहा कि 'पाकिस्तान स्थित आतंकवादी चीन निर्मित ड्रोन के माध्यम से बड़ी मात्रा में ड्रग के साथ-साथ चीन निर्मित हथियार भी भारत भेज रहे हैं. पाकिस्तान रेंजर्स और आईएसआई हथियारों और नशीली दवाओं के परिवहन में भी मदद कर रहे हैं.'

आमतौर पर ऐसे अलर्ट गणतंत्र दिवस समारोह से 10 दिन पहले जारी किए जाते हैं. सूत्रों ने कहा कि 'हालांकि 22 जनवरी को राम मंदिर प्रतिष्ठापन कार्यक्रम है, इसलिए गणतंत्र दिवस से 15 दिन पहले अलर्ट जारी किया गया है.' खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में बैठे आका सक्रिय रूप से ड्रोन का उपयोग करके पंजाब और राजस्थान में हथियार और ड्रग्स पहुंचाने में आतंकवादी संगठनों की मदद कर रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि 'भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी बॉर्डर, करतारपुर कॉरिडोर और हुसैनीवाला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बीएसएफ ने जम्मू और पंजाब के नदी क्षेत्रों के आसपास भी निगरानी बढ़ा दी है, जो आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए एक रास्ता बन सकते हैं. किसी भी सुरक्षा उल्लंघन या आतंकी हमले को विफल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक निगरानी बढ़ा दी गई है.'

सूत्रों ने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर सेक्टर के 13 छोटे जल प्रवाह मार्गों और 3 बड़ी नदियों पर सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है. पंजाब क्षेत्र में नदी क्षेत्रों पर भी इसी तरह की निगरानी बढ़ा दी गई है.' लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के गुजरात के रास्ते घुसपैठ करने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ ने गुजरात में ऑल टेरेन व्हीकल्स (एटीवी) की गश्त बढ़ा दी है.

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