हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग में कोरोना के चलते हालात भयावह हैं. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सैकड़ों लोगों का इलाज चल रहा है. संक्रमित मरीजों की जान बचाने के लिए डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी जी-जान से जुटे हैं. संक्रमित मरीजों के साथ उनके परिजन भी हैं. लॉकडाउन की वजह से लोगों को भोजन की दिक्कत हो रही थी. ऐसे में बीएसएफ ने इसको लेकर पहल की है और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में कैंप लगाकर लोगों के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था की है.
मरीज के परिजनों को सहारा देने के लिए पहल
बीएसएफ जवानों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से सारे होटल बंद हैं. जो मरीज बाहर से अपने परिजनों का इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं उन्हें खाने की दिक्कत हो रही थी. इसी वजह से यह निर्णय लिया गया. सीमा सुरक्षा बल के सभी जवान अपना दायित्व निभा रहे हैं. बीएसएफ के इंस्पेक्टर ने बताया कि मरीज के परिजनों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. मरीज के परिजनों को सहारा देने के उद्देश्य से यह पहल की गई है. जवानों का कहना है कि जनता की सेवा करने में भी काफी खुशी मिल रही है.
हर मोर्चे पर तैयार बीएसएफ
बीएसएफ के जवानों के इस प्रयास से लोग काफी खुश हैं. लोगों का कहना है कि पैसा रहने के बावजूद कहीं खाना नहीं मिल रहा था. ऐसे में बीएसएफ बड़ी जिम्मेदारी उठा रही है. जवानों की तरफ से अच्छी व्यवस्था की गई है. दोनों वक्त का खाना मिल रहा है. सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने यह संदेश दिया है कि चाहे युद्ध हो या सामाजिक दायित्व, वे हर वक्त देश के लिए तैयार रहते हैं.