नई दिल्ली : सैन्य संचालन के निदेशक जनरल (DGsMO) अन्डरर्स्टैन्डिंग 2021 की बैठक के बाद भारतीय और पाकिस्तान सेनाओं के बीच एक ब्रिगेड कमांडर स्तर की मीटिंग हुई. इस संबंध में भारतीय सेना ने कहा कि आज पुंछ-रावलकोट क्रॉसिंग बिंदु पर भारत और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच एक ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई, जिसमें आपसी सहमति के अनुसार क्रियान्वयन तंत्र पर चर्चा की गई.
इससे पहले फरवरी में दोनों देशों ने सीमाओं पर शांति बनाए रखने के लिए 2003 के युद्धविराम समझौते को फिर से लागू करने का फैसला किया.
भारतीय सेना ने कहा, 'डीजीएसओएम 2021 की अन्डरर्स्टैन्डिंग के बाद, 26 मार्च, 2021 को पुंछ रावलकोट क्रॉसिंग प्वाइंट पर भारतीय और पाकिस्तान सेना के बीच एक ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई , जिसमें अंडरस्टैंडिंग के मुताबिक कार्यतंत्र को लागू करने पर चर्चा हुई.'
सरकारी सूत्रों ने कहा, हालांकि, इस्लामाबाद की ओर से आतंक को प्रायोजित करने से रोकने के लिए कोई प्रतिबद्धता नहीं है और लॉन्चपैड्स मौजूद हैं.'
भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे ने कहा कि मार्च के महीने में एलओसी पर एक भी गोली नहीं चलाई गई है.
भारत और पाकिस्तान 22 फरवरी को हॉटलाइन पर दोनों देशों के डायरेक्टर-जनरल ऑफ मिल्रिटी ऑपरेशंस के बीच हुई वार्ता के दौरान युद्धविराम समझौते को लागू करने के लिए सहमत हुए थे.
तब सुरक्षाबल ने कहा था कि हमारा प्रयास शांति और स्थिरता हासिल करना है जो क्षेत्र के लिए फायदेमंद है और विशेष रूप से एलओसी के किनारे रहने वाली आबादी के लिए. यह हिंसा के स्तर को नीचे लाने का एक प्रयास है.
भारतीय सेना ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ हॉटलाइन के स्थापित तंत्र पर नियमित रूप से बातचीत करते हैं.