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13 वां ब्रिक्स सम्मेलन : पीएम मोदी का संबोधन, आतंक का समर्थन करने वालों को दी नसीहत

पीएम मोदी ने आज 13वें ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. उन्होंने कहा कि आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज हैं. बता दें कि भारत इस सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है. पीएम ने आतंक का समर्थन करने वालों को नसीहत दी.

13वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी
13वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी
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Published : Sep 9, 2021, 5:38 PM IST

Updated : Sep 9, 2021, 9:54 PM IST

नई दिल्ली : 13वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने आज कहा कि विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए ब्रिक्स का मंच उपयोगी रहा है. उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो. प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं. इसके पहले वर्ष 2016 में उन्होंने गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी. इस वर्ष भारत उस समय ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है, जब ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है.

पीएम मोदी ने कहा, भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो थीम चुना है, वह यही प्राथमिकता दर्शाता है. उन्होंने कहा, हाल ही में पहले 'ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन' का आयोजन हुआ. तकनीक की मदद से स्वास्थ्य तक पहुंच बढ़ाने के लिए यह एक इनोवेटिव कदम है.

प्रधानमंत्री ने आगामी कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे. उन्होंने कहा, 'यह भी पहली बार हुआ कि BRICS ने 'बहुआयामी सिस्टम की मजबूती और सुधार' पर एक साझा स्टैंड लिया है.

13 वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी का संबोधन

आतंक के मुद्दे का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा 'हमने ब्रिक्स आतंकवाद के खिलाफ एक्शन प्लान (Counter Terrorism Action Plan) भी अडॉप्ट किया है.

इस साल के ब्रिक्स सम्मेलन की थीम ब्रिक्स एट 15 : इंट्रा-ब्रिक्स कोऑपरेशन फॉर कंटीन्यूटी, कंसॉलिडेशन एंड कंसेंसस (BRICS at 15: Intra-BRICS Cooperation for Continuity, Consolidation and Consensus) रखी गई है.

बता दें कि ब्रिक्स पांच देशों का समूह है. इसमें (ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका) शामिल हैं. इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा भी उपस्थित थे.

यह भी पढ़ें- ब्रिक्स ने किया अफगानिस्तान हालात को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आह्वान

पीएम ने ब्रिक्स की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्व की प्रभावशाली अर्थव्यवस्थाओं के इस मंच ने एक आतंकवाद-रोधी कार्ययोजना को मंजूरी दी है. उन्होंने अगले 15 साल में इस समूह को और प्रभावी बनाना सुनिश्चित करने का आह्वान किया.

मोदी ने कहा, 'आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक शानदार उदाहरण हैं. विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है. आज की इस बैठक के लिए हमारे पास विस्तृत एजेंडा है. पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावी आवाज़ हैं.'

यह भी पढ़ें- 12वां ब्रिक्स सम्मेलन : पाक पर पीएम का हमला- 'आतंक के समर्थकों का हो विरोध'

उन्होंने कहा कि ब्रिक्स ने न्यू डेवलपमेंट बैंक और एनर्जी रिसर्च कॉरपोरेशन जैसे प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं. पीएम ने कहा, 'गर्व करने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है. यह भी जरूरी है कि हम आत्मसंतुष्ट ना हों. हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो.' उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो विषयवस्तु चुनी है, वह इसी प्राथमिकता को दर्शाती है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद ब्रिक्स की 150 से अधिक बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें से 20 से अधिक मंत्री स्तर पर थे. उन्होंने कहा कि परंपरागत क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ हमने ब्रिक्स एजेंडे को बढ़ाने का प्रयास किया.

यह भी पढ़ें- BRICS समिट में बोले PM मोदी - आतंकवाद से दुनिया की अर्थव्यवस्था को $1000 अरब का नुकसान

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल ब्रिक्स ने कई चीजें पहली बार हासिल की है. इस कड़ी में उन्होंने कहा कि नवंबर में जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स प्रारूप में पहली बार मिलेंगे. उन्होंने कहा कि यह भी पहली बार हुआ कि ब्रिक्स ने मल्टीलिटरल सिस्टम्स की मजबूती और सुधार पर एक साझा रुख अपनाया है.

उन्होंने कहा, 'हमने ब्रिक्स काउंटर टेरिरज्म एक्शन प्लान को भी माना है. हाल ही में पहले ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन का आयोजन हुआ. तकनीक की मदद से स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए यह एक अहम कदम है. नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे.'

(एजेंसी इनपुट)

नई दिल्ली : 13वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने आज कहा कि विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए ब्रिक्स का मंच उपयोगी रहा है. उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो. प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं. इसके पहले वर्ष 2016 में उन्होंने गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी. इस वर्ष भारत उस समय ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है, जब ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है.

पीएम मोदी ने कहा, भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो थीम चुना है, वह यही प्राथमिकता दर्शाता है. उन्होंने कहा, हाल ही में पहले 'ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन' का आयोजन हुआ. तकनीक की मदद से स्वास्थ्य तक पहुंच बढ़ाने के लिए यह एक इनोवेटिव कदम है.

प्रधानमंत्री ने आगामी कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे. उन्होंने कहा, 'यह भी पहली बार हुआ कि BRICS ने 'बहुआयामी सिस्टम की मजबूती और सुधार' पर एक साझा स्टैंड लिया है.

13 वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी का संबोधन

आतंक के मुद्दे का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा 'हमने ब्रिक्स आतंकवाद के खिलाफ एक्शन प्लान (Counter Terrorism Action Plan) भी अडॉप्ट किया है.

इस साल के ब्रिक्स सम्मेलन की थीम ब्रिक्स एट 15 : इंट्रा-ब्रिक्स कोऑपरेशन फॉर कंटीन्यूटी, कंसॉलिडेशन एंड कंसेंसस (BRICS at 15: Intra-BRICS Cooperation for Continuity, Consolidation and Consensus) रखी गई है.

बता दें कि ब्रिक्स पांच देशों का समूह है. इसमें (ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका) शामिल हैं. इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा भी उपस्थित थे.

यह भी पढ़ें- ब्रिक्स ने किया अफगानिस्तान हालात को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आह्वान

पीएम ने ब्रिक्स की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्व की प्रभावशाली अर्थव्यवस्थाओं के इस मंच ने एक आतंकवाद-रोधी कार्ययोजना को मंजूरी दी है. उन्होंने अगले 15 साल में इस समूह को और प्रभावी बनाना सुनिश्चित करने का आह्वान किया.

मोदी ने कहा, 'आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक शानदार उदाहरण हैं. विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है. आज की इस बैठक के लिए हमारे पास विस्तृत एजेंडा है. पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावी आवाज़ हैं.'

यह भी पढ़ें- 12वां ब्रिक्स सम्मेलन : पाक पर पीएम का हमला- 'आतंक के समर्थकों का हो विरोध'

उन्होंने कहा कि ब्रिक्स ने न्यू डेवलपमेंट बैंक और एनर्जी रिसर्च कॉरपोरेशन जैसे प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं. पीएम ने कहा, 'गर्व करने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है. यह भी जरूरी है कि हम आत्मसंतुष्ट ना हों. हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो.' उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो विषयवस्तु चुनी है, वह इसी प्राथमिकता को दर्शाती है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद ब्रिक्स की 150 से अधिक बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें से 20 से अधिक मंत्री स्तर पर थे. उन्होंने कहा कि परंपरागत क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ हमने ब्रिक्स एजेंडे को बढ़ाने का प्रयास किया.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल ब्रिक्स ने कई चीजें पहली बार हासिल की है. इस कड़ी में उन्होंने कहा कि नवंबर में जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स प्रारूप में पहली बार मिलेंगे. उन्होंने कहा कि यह भी पहली बार हुआ कि ब्रिक्स ने मल्टीलिटरल सिस्टम्स की मजबूती और सुधार पर एक साझा रुख अपनाया है.

उन्होंने कहा, 'हमने ब्रिक्स काउंटर टेरिरज्म एक्शन प्लान को भी माना है. हाल ही में पहले ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन का आयोजन हुआ. तकनीक की मदद से स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए यह एक अहम कदम है. नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे.'

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Sep 9, 2021, 9:54 PM IST
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