वाराणसी: दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुर पांडेय हवेली इलाके धर्मशाला के कमरे में पति-पत्नी ने अपने दो बेटों के साथ आत्महत्या कर ली. परिवार आंध्र प्रदेश का रहने वाला था और पिछले दो महीने से तीर्थ यात्रा पर निकला था. गुरुवार देर शाम चारों के शव कमरे में मिले. पुलिस के कमरे से तेलगू में लिखा सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें कर्ज का जिक्र करते हुए परेशान करने वाले कुछ लोगों के नाम भी लिखे गए हैं. वाराणसी पुलिस ने इस मामले में आंध्र प्रदेश पुलिस से भी संपर्क किया है.
डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि दशाश्वमेध क्षेत्र स्थित कैलाश भवन, जो आंध्र आश्रम का ही एक हिस्सा है, के दूसरे तल पर कमरा नंबर S6 में आंध्र प्रदेश से आए कोंडा बाबू (50) पुत्र राजेश (25), लावण्या (45) और जयराज (23) के साथ ठहरे थे. इनकी लाश गुरुवार को कमरे में मिली है. तीन दिसंबर को यह सभी आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी स्थित मंडापेटा से आए थे. राजेश ने अपने आधार कार्ड पर इन सभी को रूम दिलवाया था. धर्मशाला के केयरटेकर सुंदर शास्त्री ने बताया कि 3 तारीख को इन लोगों ने एक कमरा लिया था, जिसके बाद यह लोग गुरुवार सुबह 11 बजे काशी से निकलने वाले थे.
सूदखोरों से परेशान होकर दो महीने पहले तीर्थ यात्रा पर निकल गए थे
पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आई है कि आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी स्थित मंडापेटा के रहने वाले कोंडा बाबू और उनके बेटे राजेश ने तीन लोगों से कर्ज लिया था. धीरे-धीरे ब्याज की रकम ज्यादा हो गई थी और कर्जदार लगातार परेशान कर रहे थे. जिसकी वजह से लगभग 2 महीने से पूरा परिवार घर छोड़कर अलग-अलग तीर्थ यात्रा के लिए निकल गया. अंतिम पड़ाव वाराणसी था. सभी 3 दिसंबर को वाराणसी पहुंचे. काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर दर्शन-पूजन करने के बाद गुरुवार सुबह 11 इन लोगों को वाराणसी से निकलना था.
रात में ही कर लिया था चेकआउट
बताते हैं कि रात में ही इन सभी ने चेक आउट कर लिया था, लेकिन देर शाम तक इनका दरवाजा अंदर से बंद था. जब 5 बजे के करीब सफाईकर्मी पहुंचा और गेट खटखटाना के बाद भी नहीं खुला तो उसने खिड़की से अंदर झांका. अंदर का नजारा देखकर वह सन्न रह गया. सफाई कर्मी नीचे भागता हुआ आया. इसके बाद ही घटना के बारे में सभी को पता चला. पुलिस ने जब अपनी जांच आगे बढ़ाई तो परिवार के कर्ज तले दबे होने की बात पता चली.
कमरे में मिलीं पेट्रोल से भरी हुईं तीन बोतलें
जिस कमरे में यह सभी ठहरे हुए थे, उसके अंदर कई चीजें भी मिली हैं. कमरे से पेट्रोल से भरी हुईं तीन बोतलें भी बरामद हुई हैं. इसके अतिरिक्त कुछ विषाक्त पदार्थ कमरे में मिला है. कुमकुम की एक सीसी के अतिरिक्त कुछ दवाइयां भी पुलिस को मिली हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक परिवार काशी में आत्महत्या करने के उद्देश्य से ही पहुंचा था. एक सुसाइड नोट मिला है जो तेलुगु में लिखा हुआ है. इसमें राजेश ने कुछ लोगों से पैसा लिए जाने की बात लिखी है. जिसके बाद लगातार पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दिए जाने का भी जिक्र किया है. पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि सुसाइड नोट में यह स्पष्ट है कि परिवार काफी परेशान था और कर्ज के पैसे वापस मांगे जाने का दबाव पूरे परिवार पर था. पुलिस ने आंध्र पुलिस से संपर्क करके सुसाइड नोट में लिखे गए लोगों से पूछताछ करने और उन्हें हिरासत में लेने के लिए भी बात कही है.