मुजफ्फरनगर: जिले के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में शनिवार को भारतीय किसान यूनियन द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है. भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने किसानों की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश एवं केंद्र में काबिज भाजपा सरकार द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है. भाजपा केवल अपने बारे में सोच रही है, देश की जनता के बारे में नहीं. किसान इतना कमजोर नहीं है कि अपने हक के लिए भी न लड़ सके.
चौधरी राकेश टिकैत ने किसानों के धरने को संबोधित करते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा, अगर भाजपा सरकार के दिमाग में यह गलतफहमी पैदा हो रही है कि किसान मजबूर और कमजोर है, तो ऐसा कुछ नहीं है. किसानों को फ्री बिजली, गन्ना के भाव बढ़ाने एवं रुके हुए बिजली बिल आधे माफ करने का लॉलीपॉप देकर सत्ता तो हासिल कर ली है, मगर चुनाव हर पांच साल बाद होता है. अगर किसान सरकार बनाना जानते हैं, तो उसे उखाड़ना भी जानते हैं. किसानों को अपने हक के लिए जो भी कदम उठाना पड़ेगा, उसको उठाएगा और अपना हक लेकर रहेगा. अब सरकार किसानों का हक राजी-खुशी में दे या फिर आंदोलन के बाद. मगर किसान अपना हक लेकर रहेंगे. हमारा देश कृषि प्रधान देश है लेकिन किसानों का शोषण सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार से किया जा रहा है जो कि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि आधा सीजन बीत गया लेकिन किसानों के गन्ना भुगतान एवं मूल्य तय नहीं हुआ. सरकार द्वारा किसानों, मजदूरों एवं असहाय लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. प्रदेश में किसानों के बलबूते पर भाजपा ने अपनी सरकार और वर्चस्व कायम रखने में सफलता हासिल की थी. लेकिन आज उसी किसान को दरकिनार करते हुए भाजपा केवल अपने विकास के बारे में सोच रही है.
टिकैत ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान द्वारा आवारा पशुओं का ठिकाना बनाने के लिए काऊ सेंचुरी योजना को लाया गया है. जिसको पुरकाजी के खादर क्षेत्र में बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा खादर क्षेत्र में पट्टे पर ली गई जमीन पर केंद्रीय मंत्री द्वारा काऊ सेंचुरी को बनवाने की प्रक्रिया की जा रही है, जोकि बहुत ही गलत है. पट्टे की जमीन लेकर अपने घर परिवार का लालन पालन करने वाले किसानों के पेट पर लात मारने का कार्य केंद्रीय मंत्री द्वारा किया जा रहा है. यदि सरकार या केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान किसानों को आवारा पशुओं से राहत दिलाना चाहते हैं तो अपने गांव कुटबी या उसके आसपास काऊ सेंचुरी को बनवाएं. कुटबी में पट्टे की जमीन काफी पड़ी हुई है और वहां पर बंजर जमीन भी है. जिसमें काऊ सेंचुरी के तहत आवारा पशुओं के रहने का ठिकाना आराम से बन सकता है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री केवल किसानों का शोषण करने पर तुले हुए हैं. जिस कारण पुरकाजी क्षेत्र के खादर में काऊ सेंचुरी योजना के तहत आवारा पशुओं के लिए रहने एवं खाने का ठिकाना बनाया जा रहा है.
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार के बावजूद भी आए दिन क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. प्रदेश को अपराध मुक्त प्रदेश बनाने का दावा करने वाली भाजपा की योगी सरकार भी फेल होती दिखाई दे रही है. सरकार द्वारा किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. बकाया गन्ना भुगतान भी अभी तक सरकार द्वारा नहीं चुकाया गया है. किसानों की गन्ने की फसल एक ऐसी फसल है, जिसका वेस्ट मटेरियल भी ऊंचे दामों में लिखता है बावजूद इसके गन्ने का रेट नहीं किया गया है. किसान दिन-रात एक करके मेहनत करता है तब जाकर गन्ने की फसल तैयार होती है. किसानों को अपनी मेहनत का रुपया खुद तय करने का भी हक नहीं है.