नई दिल्ली : आरएसएस से संबद्ध किसान विंग भारतीय किसान संघ ने शून्य बजट खेती को बढ़ावा देने और एमएसपी को अधिक प्रभावी बनाने के लिए समिति गठित करने के सरकार के कदम का स्वागत किया है. भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधित्व प्रमोद कुमार चौधरी कर रहे हैं जो संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य हैं. बीकेएस ने कहा है कि इस कदम से किसानों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है.
प्रमोद चौधरी ने कहा कि भारतीय किसान संघ शुरू से ही सरकार से आग्रह करता रहा है कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए हितधारकों की एक समिति बनाई जाए. इस लिहाज से यह एक अच्छा कदम है.
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 22 से : समिति का गठन ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय किसान संघ 'स्वदेशी और वैश्विक समृद्धि के लिए भारतीय कृषि का दोहन' पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है. यह बीकेएस द्वारा भारतीय कृषि आर्थिक अनुसंधान केंद्र (बीएईआरसी) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सहयोग से 22 और 23 जुलाई को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के आठ सत्रों में भारत और विदेशों के वक्ता शामिल होंगे. इसमें कृषि क्षेत्र से संबंधित प्रमुख मुद्दों को शामिल किया जाएगा.
डॉ. मकरंद करकरे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, कार्यक्रम में 'स्वदेशी और वैश्विक समृद्धि' में भारतीय कृषि के योगदान को चिह्नित करने के लिए प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा. विभिन्न तकनीकी सत्रों के दौरान खाद्य सुरक्षा और आत्मनिर्भरता, भारतीय कृषि के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा. प्रभावी ग्रामीण सामाजिक समृद्धि के लिए नई कृषि-पशु चिकित्सा प्रौद्योगिकियों को अपनाने और एकीकरण से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय महासचिव दत्तात्रेय होसबले समापन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. डॉ. करकरे ने बताया कि प्रतिभागियों में कृषि और संबंधित विभागों के सरकारी अधिकारी, विदेश के विशेषज्ञ, कृषि संस्थान, केंद्रीय और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के संकाय सदस्य, कॉलेज के छात्र, शोधकर्ता आदि शामिल होंगे.
पढ़ें- संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी पर सरकार की समिति को किया खारिज