नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी 100 करोड़ वैक्सीनेश की सफलता को प्रचारित करने के लिए मेगा प्लान तैयार कर रही है. दरअसल, उत्तर प्रदेश में कोरोना के दौरान गंगा किनारे बिछी लाशों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी काफी कोहराम मचाया था.
इसके बाद से ही उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ की कुर्सी पर भी सवाल उठाए जाने लगे थे. सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के आलाकमान इस बात को लेकर काफी ज्यादा नाराज थे और राज्य की सरकार को तुरंत डैमेज कंट्रोल करने की सलाह दी गई थी.
तभी से राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना से ठीक होते ही राज्य के दौरे में जोर-शोर से उतर गए थे. उसके बाद राज्य के हालात में काफी कुछ सुधार आया. विपक्ष दोबारा पांच राज्यों के चुनाव में देश में कोरोना के दौरान बिगड़े हालात, दवाओं की कमी, मृतकों की संख्या और गंगा किनारे की लाशों को मुद्दा बना सकती है.
इस बात को लेकर भारतीय जनता पार्टी काफी चिंतित है और यही वजह है कि देश में 100 करोड़ कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा छूते ही सरकार ने इसे मेगा इवेंट बनाते हुए प्रधानमंत्री का देश के नाम संबोधन करवाया. जो न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए भी वह जवाब था जो कोरोना का हाल के दौरान नरेंद्र मोदी की पार्टी सरकार पर सवालिया निशान उठा रहे थे.
मोदी सरकार पर कोरोना की बदइंतजामीको लेकर तरह-तरह के सवाल उठा रहे थे. यही नहीं वैक्सीनेशन पर होने वाले प्रचार-प्रसार मात्र सौ करोड़ पर ही रुकने वाला नहीं है. पार्टी आगे का भी लक्ष्य तैयार कर रही है. उत्तर प्रदेश चुनाव तक या यूं कहें कि उससे पहले ही दिसंबर तक सरकार के प्रतिनिधि देश में शत-प्रतिशत वयस्कों के बीच वैक्सीनेशन हो जाने का दावा कर रहे हैं.
अगर ऐसा होता है तो सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. भारतीय जनता पार्टी ने पांचों राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव सामग्रियों में वैक्सीनेशन ड्राइव की इस सफलता को अपने प्रचार का मुख्य हिस्सा बनाने जा रही है. अगले कुछ ही दिनों के अंदर चुनावी राज्यों में बड़े-बड़े पोस्टर बैनर और कार्यशालाएं आयोजित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है.
ऐसे तमाम कार्यक्रमों में हेल्थ वर्करों को सम्मानित कर उनके बीच विश्वास बढ़ाने की भी कोशिश की जाएगी. कोरोना काल के दौरान किस तरह से हेल्थ वर्करों ने मरीजों की सेवा की यह भी जनता को बताने की कोशिश की जाएगी.
यह भी पढ़ें-अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने गलत जानकारियां दीं, देश से माफी मांगें : कांग्रेस
तमाम नेताओं को यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में वैक्सीनेशन राइट की सफलता को जनता के बीच जरूर लाएं और उसे बढ़ा-चढ़ाकर बताएं बल्कि विपक्ष के प्रमुख नेता जिस तरह वैक्सीनेशन पर शुरुआत में सवाल उठा रहे थे और वैज्ञानिकों पर सवाल खड़े कर रहे थे, उसे भी जनता के बीच रखें.
सत्ताधारी पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया में भी वैक्सीनेशन ड्राइव की सफलता को लेकर कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं. नेताओं को अंदरखाने यह भी निर्देश दिए गए हैं कि उन नेताओं का नाम लेकर भी टि्वटर फेसबुक इंस्टा और सोशल मीडिया माध्यमों के द्वारा सवाल करें जो शुरुआत में सरकार की वैक्सीनेशन घोषणा पर और वैज्ञानिकों पर सवाल उठा रहे थे.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरूण चुग ने कहा कि भारत में सभी देशों को एक तरफ से टारगेट दिया है कि एक देश का प्रधानमंत्री किस तरह एक अभिभावक के रूप में ऐसा काम किया और दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान को सफल बनाया है.
इस अभियान को सफल बनाते हैं देश के 135 करोड़ नागरिकों को सुरक्षा के घेरे में लिया गया है. दुनिया में कभी भी सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान की बात आएगी तो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लेंगे जिन पर आज पूरा भारत गर्व कर रहा है.
यह भी पढ़ें-100 करोड़ वैक्सीन डोज एक आंकड़ा नहीं, नए अध्याय की शुरुआत है- पीएम मोदी
पूरे विश्व में भारत के टीकाकरण की बात चर्चा का विषय है और आज प्रधानमंत्री की वजह से हर नागरिक का सीना चौड़ा हुआ है. तरुण चुग ने यह भी दावा किया कि जिस मेहनत की पराकाष्ठा तक प्रधानमंत्री ने भारत से महामारी को भगाने का काम किया है वह अद्भुत है. आने वाले युग में यह एक बड़ा रिसर्च का विषय होगा.