अगरतला: त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने शनिवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा अपना चेहरा बचाने के लिए आतंक का इस्तेमाल ढाल के रूप में कर रही है क्योंकि वे पहले ही राज्य में अपनी जमीन खो चुके हैं. विपक्षी नेता सरकार ने हापनिया इलाके का दौरा करते हुए यह बात कही. अगरतला के एक बाहरी इलाके में, जहां भाजपा समर्थित बदमाशों द्वारा गुरुवार देर रात कुछ दुकानों में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई.
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बाद में पत्रकारों से बात करते हुए, सरकार ने कहा कि गुरुवार सुबह हापनिया में एक कार्यक्रम था. लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी, लेकिन बाद में पुलिस ने हमें कोई रैली नहीं करने का निर्देश दिया. लेकिन पार्टी कार्यालय के अंदर बैठक करने की इजाजत दी. उन्होंने कहा कि रैली में शामिल होने वालों पर घर वापस जाते समय हमले हुए हैं. आज हमने सुना कि कल देर रात भाजपा समर्थित बदमाशों ने दुकानों में आग लगा दी, तोड़फोड़ की और विभिन्न दुकानों में लूटपाट की.
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और घरों में घुस कर लोगों पर हमला भी किया. हमारे सात विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने मौके का दौरा किया. उन्होंने कहा कि बाद में विधायक का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अमताली पुलिस स्टेशन गया और अनुमंडल पुलिस अधिकारी और प्रभारी अधिकारी से मुलाकात की. हमारे विधायकों ने उनसे सुरक्षा के बारे में पूछा. एसडीपीओ और ओसी ने कहा कि शुक्रवार देर रात उन्होंने माकपा पार्टी कार्यालय हापनिया में सुरक्षा बढ़ा दी है. उन्होंने आश्वासन दिया कि वे कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की ऐसी हरकतें यह उनके डर का संकेत है. क्योंकि वे अपना आधार खो रहे हैं. और अपना चेहरा बचाने के लिए उन्होंने आतंक और हिंसा का रास्ता चुना है.