लखनऊ : लखीमपुर हिंसा को लेकर विपक्ष के तेवर गर्म हैं और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे अशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. वहीं, राजधानी लखनऊ में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने लखीमपुर से आए पूर्व राज्यसभा सदस्य और बीजेपी प्रवक्ता जुगल किशोर ने अपने गृह जनपद की घटना को षडयंत्र करार दिया है. ETV BHARAT से बात करते हुए जुगल किशोर ने लखीमपुर हिंसा पर पार्टी का पक्ष रखा. साथ ही वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव में दलितों और किसानों के भाजपा के साथ होने का दावा भी किया है.
बता दें, जुगल किशोर लखीमपुर के ही निवासी हैं और उनका पुत्र भाजपा विधायक है. वह लखीमपुर की राजनीति में पिछले कई वर्षों से बड़ा चेहरा बने हुए हैं. ऐसे में हिंसा पर उनका बयान अहम हो जाता है.
जुगल किशोर ने लखीमपुर में हुई घटना को सोची-समझी साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वाले किसान नहीं थे. इसमें शामिल कई लोगों के कपड़े और उनकी आक्रमकता भिंडरावाले की तरह थी. इसमें खालिस्तानी कनेक्शन हो सकता है. लखीमपुर तराई का इलाका है. 1984 में भी क्षेत्र में यह ग्रुप सक्रिय पाया गया था. उन्होंने कहा कि जांच में सब साफ हो जाएगा. गृहराज्य मंत्री व उनके बेटे को बेवजह फंसाया जा रहा है.
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जुगल किशोर ने कहा कि विपक्ष घिनौनी राजनीति पर उतारू है. किसान उनके बहकावे में नहीं आएंगे. केंद्र व राज्य दोनों सरकारों ने किसान हित में कई काम किए हैं. दलित समाज के सपने भी भाजपा सरकार में पूरे हुए हैं. कभी बसपा के कद्दावर नेता रहे जुगुल किशोर ने बीएसपी पर भी हमला किया. उन्होंने बसपा को डूबती नाव बताया. साथ ही अधिकांश दलित समाज को बीजेपी के साथ बताया. उन्होंने वर्ष 2022 में पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतने का दावा भी किया.