नई दिल्ली : भारतीय किसान मोर्चा द्वारा आयोजित भारत बंद को भारतीय जनता पार्टी ने असफल बताया है. हालांकि दिल्ली की सीमाओं पर कुछ जगह नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने प्रदर्शन किया. इस वजह से कई जगह ट्रेनें भी प्रभावित हुईं, मगर पंजाब और हरियाणा के अलावा देशभर में मिलाजुला असर ही देखने को मिला.
मालूम हो कि संयुक्त किसान मोर्चा के तरफ से शुक्रवार को सुबह 6:00 से शाम 6:00 बजे तक आंदोलन के 120 दिन पूरे होने पर भारत बंद किया गया था. हालांकि दिल्ली में तो बंद का ज्यादा असर नहीं दिखा मगर अंबाला और अमृतसर में पटरियों पर किसान बैठे हुए नजर आए. दिल्ली और अमृतसर रेलवे लाइन को भी किसानों ने जाम कर दिया जिसकी वजह से कई ट्रेनों की सेवा बाधित हुई,आंदोलन के चलते 4 शताब्दी ट्रेनों को भी रद्द किया गया.
दिल्ली से पंजाब तक लगभग 31 जगह पर रेलवे ट्रैक पर किसान बैठे हुए नजर आए, गाजीपुर में इसका खासा असर देखा गया,जिसका असर सड़क ट्रैफिक पर भी पड़ा और किसानों के आंदोलन की वजह से लंबा जाम लग गया. कई जगह पर किसानों ने अर्धनग्न होकर भी विरोध प्रदर्शन किया और पंजाब में आंदोलनकारी कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे.
इस मामले पर ईटीवी भारत ने जब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने कहा कि किसानों का यह भारत बंद बिल्कुल असरदार नहीं रहा. उन्होंने कहा कि पिछली बार भी किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया था लेकिन उसका भी असर नहीं हुआ था और आज भी भारत बंद बिल्कुल बेअसर रहा.
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पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने यह भी कहा कि कुछ टीवी चैनल के माध्यम से इन किसान नेताओं ने भारत बंद दिखाने का असफल प्रयास किया लेकिन बावजूद इसके भारत बंद कहीं नहीं दिखा.
उन्होंने कहा कि काहे का भारत बंद और कैसा भारत बंद. सुदेश वर्मा का कहना है कि किसान नेता अराजकता फैलाना चाह रहे हैं और ऐसा कुछ भी नहीं है उन्होंने यह दावा किया कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए काफी कुछ किया है और वह लगातार उनके कल्याण के लिए कार्य कर रही है.
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उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत जैसे नेता अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और उनसे बचना चाहिए और उनकी बातों को समझना चाहिए कि उनकी बातों में ना सच्चाई है और ना ही ताकत है.