नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष समेत कई नेताओं और सांसदों ने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर कथित राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आज (बुधवार) धरना दिया.
भाजपा ने पश्चिम बंगाल में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए. वहीं, मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कोलकाता में अपनी पार्टी की वार्षिक शहीद दिवस रैली आयोजित की. इसके साथ ही पेगासस जासूसी विवाद पर केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा. घोष ने राज्य में हिंसा के लिए पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की.
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भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य में विधानसभा चुनाव में बनर्जी नेतृत्व वाली पार्टी की जीत के बाद तृणमूल समर्थकों द्वारा बड़ी संख्या में उसके कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों व संपत्तियों को निशाना बनाया गया. तृणमूल ने आरोप से इनकार किया है और दावा किया है कि बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से बहुत कम हिंसा हुई है.
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ चुनावी हिंसा को पूरा देश देख रहा है. इस हिंसा में सर्वाधिक अत्याचार महिलाओं, दलितों व बच्चों पर हुआ है. हम सभी लोकतांत्रिक तरीके से लड़ते हुए ममता बनर्जी की तानाशाही मानसिकता को नेस्तनाबूद करेंगे.
(भाषा)