कोलकाता : प.बंगाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी अभी से ही अलग-अलग रणनीतियों पर चर्चा कर रही है. भाजपा किसी भी हाल में 2021 के अधूरे सपने को पूरा करना चाहती है. यही वजह है कि हाल ही में यहां पर गृह मंत्री अमित शाह आए थे. आरएसएस ने भी 35000 स्वयंसेवकों को नियुक्त करने का फैसला किया है. इसी कड़ी में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राज्य का दौरा करने वाले हैं.
खबरों के अनुसार जेपी नड्डा मई के आखिरी सप्ताह या फिर जून के पहले सप्ताह में प. बंगाल आएंगे. तिथि की घोषणा अभी नहीं की गई है. भाजपा उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, 'हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा या तो इस महीने के अंत या फिर जून के प्रथम सप्ताह में आएंगे. लेकिन उनकी यात्रा होगी, यह लगभग तय हो चुका है. दिल्ली से हरी झंडी मिलते ही हमलोग इसकी तैयारी शुरू कर देंगे.'
तथ्य है कि खुद अमित शाह ने स्वीकार किया है कि जब तक बंगाल में सफलता नहीं मिलती है, तब तक पार्टी चैन से नहीं बैठेगी. भाजपा नेतृत्व खुद मानता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह ठंडा पड़ गया है. उनका मनोबल टूटा हुआ है. पार्टी में अंदरूनी कलह अलग है. यही वजह है कि अमित शाह ने हर तीन महीने पर यहां आने का फैसला किया है.
सूत्रों के अनुसार नड्डा की उपस्थिति में पार्टी कार्यकारिणी की यहां पर बैठक होगी. इसका मकसद पार्टी संगठन को मजबूत करना है और 2024, लोकसभा चुनाव, के साथ-साथ 2026, विधानसभा चुनाव, के लिए भी उसे तैयार करना है.
ये भी पढ़ें : प.बंगाल में अर्जुन चौरसिया ने की थी खुदकुशी, मौत को हत्या बताने वाले स्थानीय नेताओं से अमित शाह नाराज