कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के लोकसभा सदस्य सुकांत मजूमदार का बुधवार दोपहर भवानीपुर उपचुनाव के प्रचार के दौरान कोलकाता पुलिस कर्मियों के साथ विवाद हो गया.
यह घटना उस समय हुई जब वह बुधवार दोपहर भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल के लिए प्रचार करने गए थे. जब मजूमदार और उनके पार्टी समर्थकाें ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास से सटे रास्ते से मार्च निकालने का प्रयास किया. उनके साथ भाजपा समर्थकों की संख्या काफी अधिक थी. पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया और दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई.
मजूमदार ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य उस इलाके में प्रचार करना था जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के आवास हैं. इसकी सूचना मिलते ही डिप्टी कमीश्नर (साउथ डिविजन), आकाश मघरिया तुरंत विशाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे.
उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के सामने धारा 144 का उल्लंघन करने और इतनी बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर आपत्ति जताई.
वहीं भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस ने जान-बूझकर उनके लिए बाधा उत्पन्न की. उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल पुलिस सेवा नाम की कोई चीज नहीं है.
उन्हाेंने सीएम का नाम न लेते हुए कहा कि यहां पुलिस सेवा नाम की काेई चीज नहीं यहां केवल वेस्ट बंगाल 'पीसी सर्विस' है. पुलिस का काम केवल बुआ-भतीजे (ममता बनर्जी-अभिषेक बनर्जी ) की सेवा करना है.
चुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि भवानीपुर के लोग प्रियंका टिबरेवाल को वाेट देकर जिताएंगे.
लाेग यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भाजपा उम्मीदवार काे वोट देंगे.
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