नई दिल्ली: साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने चाय पर चर्चा कार्यक्रम के तहत नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रचार प्रसार किया था और चुनावी चौपाल में यह कार्यक्रम सुपर हिट हो गया था. चाय पर चर्चा का विस्तारित रूप 2019 में भी बहुत हद तक देखने को मिला, लेकिन अब नरेंद्र मोदी के तीसरे लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कुछ नया करने पर विचार कर रही है, जो चाय पर चर्चा से ज्यादा जनता के बीच में चर्चा का मुद्दा बने और वह है "यात्रा पर चर्चा", जिसे मुख्य तौर पर ट्रेन में चर्चा का रूप दिया जाएगा.
साथ ही लंबी दूरी की बसों में भी भाजपा के कार्यकर्ता चर्चा के इस प्रोग्राम को रखेंगे. भारतीय जनता पार्टी 2024 के चुनाव की तैयारी के मोड में आ चुकी है, पिछले कई महीनों से बीजेपी ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की तैयारियां तो शुरू कर ही दी हैं, समितियों का पुनर्गठन भी कर दिया गया है और पदाधिकारियों की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है, जिन्हें अलग-अलग कार्यक्रमों में लगाया जाना है. इन कार्यक्रमों की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर गुजरात और हिमाचल के चुनाव से की जाएगी.
इस कार्यक्रम के तहत बीजेपी शुरू करेगी यात्रा पर चर्चा (Discussion When Travel) और चाय पर चर्चा (Discussion On tea) की सफलता के बाद अब ट्रेन में चर्चा कार्यक्रम पार्टी द्वारा चलाया जाएगा. ये कार्यक्रम देशभर में चलाया जाएगा, जिसके तहत देशभर में चलने वाली ट्रेनों में चर्चा होगी. इस कार्यक्रम के तहत बीजेपी के कार्यकर्ता ट्रेन में आम लोगों के बीच ट्रेनों में सफर के दौरान चुनावी चर्चा करेंगे. ट्रेन में सफर के दौरान कार्यकर्ता सरकारी योजनाओं का भी प्रचार करेंगे. कार्यकर्ता ट्रेन में सफर कर रहे सहयात्रियों के साथ बातचीत करेंगे और केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे.
इस कार्यक्रम के तहत लंबी दूरी की बसों में भी पार्टी के कार्यकर्ता जनभावनाओं और जनता से जुड़े विषयों पर चर्चा कर उनकी राय जानने की कोशीश करेंगे. बीजेपी ने गुजरात, हिमाचल के लिए चर्चा अभियान का कार्यक्रम तैयार किया है. उसके तहत पार्टी कार्यकर्ताओं की लिस्ट तैयार की गई है और लिस्ट में मौजूद कार्यकर्ता दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों की ट्रेन और बसों में सफर करेंगे. ट्रेन में चर्चा के दौरान दूसरी विपक्षी पार्टियों के वायदे, उनकी नकारात्मकता और अपनी सरकार के कार्यों के बारे में बताएंगे.
पढ़ें: शिंदे गुट शिवसेना के चुनाव चिह्न पर दावेदारी को लेकर शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मिलेगा
इसके लिए पार्टी ने टीम भी तैयार की है और इस कार्यक्रम की शुरुआत से पहले उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी. यात्रियों की समीक्षा के दौरान ये कार्यकर्ता केंद्र की पॉलिसियों और उनके कार्यान्वयन और यदि उनमें कोई परेशानी हो, तो इस पर भी चर्चा कर एक लिस्ट तैयार करेंगे. अपनी समीक्षा रिपोर्ट कार्यकम प्रभारियों को सौंपेंगे. इन्हीं रिपोर्ट्स के आधार पर बीजेपी (BJP) अपने घोषणापत्र में भी वायदों को शामिल करेगी.
इस मुद्दे पर पार्टी के एक राष्ट्रीय सचिव का कहना है की मोदी जी की लोकप्रियता वैसे तो हमारे चुनाव लड़ने के लिए ही काफी है, लेकिन हमारी सरकार और पार्टी हमेशा समय समय पर ये ध्यान रखती है कि जनता से जुड़ी योजनाएं ठीक तरह से लोगों तक पहुंच रहीं या नहीं. इसलिए इस तरह के कार्यक्रम तैयार किए गए हैं. इस सवाल पर की क्या आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ऐसे कार्यक्रम में शामिल होंगे, उन्होंने कहा की इस पर आने वाले दिनों में विचार किया जाएगा.