नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी पहली बार घाटी में कमल खिलने से बहुत ज्यादा उत्साहित है. अब भारतीय जनता पार्टी जम्मू और कश्मीर के लिए अलग-अलग रणनीतिकारों को जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है.
रोजगार को दी जाएगी तरजीह
जम्मू और कश्मीर भले ही एक ही यूनियन टेरिटरी के अंदर आते हों लेकिन मतदाताओं और उनके मूड के हिसाब से पार्टी खासतौर पर कश्मीर घाटी के अलग-अलग सीटों पर अपने वोट बैंक को रिझाने के लिए विकास से जुड़ी नई योजनाएं तैयार कर रही है. सबसे ज्यादा तरजीह रोजगार को दी जाएगी.
लोकतंत्र में आस्था बढ़ी
पार्टी की तरफ से कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया कि कश्मीर की जनता ने राज करने वालों और काम करने वालों के अंतर को पहचाना है. उन्होंने यह भी दावा किया कि अब लोगों को यह विश्वास हो रहा है कि जम्हूरियत उनके दरवाजे पर विकास का दस्तक दे सकती है. लोगों की लोकतंत्र में आस्था बढ़ी है.