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Rahul Gandhi Convict: बीजेपी ने कहा- देश को बदनाम करना राहुल गांधी की आदत - modi surname case

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आज सूरत की एक अदालत ने दोषी करार दिया है. इस फैसले का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर कहा कि वे आलोचना नहीं, बल्कि देश और जनता को बदनाम करते हैं.

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Published : Mar 23, 2023, 2:23 PM IST

नई दिल्ली : गुजरात की सूरत जिला अदालत ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को अप्रैल 2019 में उनकी 'मोदी सरनेम' टिप्पणी के मामले में दोषी ठहराया है. सूरत की अदालत का फैसला आने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कहा कि राहुल गांधी आलोचना नहीं करते है, बल्कि देश और जनता को बदनाम करते हैं. यहां भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि राहुल गांधी जी को सूरत की एक कोर्ट ने मानहानि के मामले में दो साल की सजा दी है. इस पर कांग्रेस पार्टी बहुत कुछ कह रही है, लेकिन ये नहीं बता रही है कि राहुल गांधी ने कहा क्या.

उन्होंने कहा, "आलोचना का हम सम्मान करते हैं, लेकिन राहुल गांधी आलोचना नहीं करते हैं, राहुल गांधी देश को बदनाम करते हैं, जनतंत्र को बदनाम करते हैं और देश की जनता को बदनाम करते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि कोर्ट के फैसले को बार-बार बदला गया है. उनके इस बयान से साफ है कि कांग्रेस पार्टी कोर्ट में विश्वास नहीं करती है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये न्यायपालिका को भी अपनी जेब में रखना चाहती है. राफेल मामले में भी राहुल गांधी ने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया था और फिर माफी मांगी थी.

उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने कर्नाटक में 2019 की चुनावी रैली में कहा था कि सारे चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? राहुल गांधी ने कहा कि मैं सत्य और अहिंसा में विश्वास रखता हूं. क्या सत्य और अहिंसा में विश्वास करना लोगों को अपमानित करना है? देश को जातिसूचक गाली देना है? अगर राहुल गांधी को अपनी जिद्द से लोगों को अपमानित करने का और गाली देने का अधिकार है तो उनकी गाली से पीड़ित लोगों को मानहानि का केस करने का अधिकार है. भारत के कानून में है कि यदि किसी व्यक्ति या संगठन को गलत बयानों, निंदनीय टिप्पणियों, गालियों या किसी मानहानिकारक टिप्पणियों से बदनाम किया गया है, तो उसे न्याय मांगने का अधिकार है. लेकिन कांग्रेस पार्टी को इससे आपत्ति है. वह चाहती है कि राहुल गांधी को गालियां देने की पूरी आजादी मिले.

उन्होंने उत्तर पूर्व में हुए चुनावों में कांग्रेस को मिली हार को लेकर विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "मिस्टर राहुल, सिर्फ इसलिए कि लोग आपको वोट नहीं देते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको उन्हें दोष देने का अधिकार है. इसका मतलब यह नहीं है कि आपको विदेशी धरती पर भारत और उसके लोकतांत्रिक मूल्यों को बदनाम करने का लाइसेंस मिल गया है. आप गाली देंगे, आप देश की सेना का अपमान करेंगे, देश के शहीदों की शहादत का मजाक बनाएंगे, आप देश की राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति का अपमान करेंगे, आप देश के मतदाताओं का अपमान करेंगे और कहेंगे कि मैं सत्य और अहिंसा में विश्वास करता हूं, ऐसा कैसे चलेगा?

पढ़ें : Rahul Gandhi defamation Case : मानहानि मामले में राहुल को दो साल की सजा, जमानत पर रिहा

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उन्होंने कहा, "आलोचना का हम सम्मान करते हैं, लेकिन राहुल गांधी आलोचना नहीं करते हैं, राहुल गांधी देश को बदनाम करते हैं, जनतंत्र को बदनाम करते हैं और देश की जनता को बदनाम करते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि कोर्ट के फैसले को बार-बार बदला गया है. उनके इस बयान से साफ है कि कांग्रेस पार्टी कोर्ट में विश्वास नहीं करती है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये न्यायपालिका को भी अपनी जेब में रखना चाहती है. राफेल मामले में भी राहुल गांधी ने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया था और फिर माफी मांगी थी.

उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने कर्नाटक में 2019 की चुनावी रैली में कहा था कि सारे चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? राहुल गांधी ने कहा कि मैं सत्य और अहिंसा में विश्वास रखता हूं. क्या सत्य और अहिंसा में विश्वास करना लोगों को अपमानित करना है? देश को जातिसूचक गाली देना है? अगर राहुल गांधी को अपनी जिद्द से लोगों को अपमानित करने का और गाली देने का अधिकार है तो उनकी गाली से पीड़ित लोगों को मानहानि का केस करने का अधिकार है. भारत के कानून में है कि यदि किसी व्यक्ति या संगठन को गलत बयानों, निंदनीय टिप्पणियों, गालियों या किसी मानहानिकारक टिप्पणियों से बदनाम किया गया है, तो उसे न्याय मांगने का अधिकार है. लेकिन कांग्रेस पार्टी को इससे आपत्ति है. वह चाहती है कि राहुल गांधी को गालियां देने की पूरी आजादी मिले.

उन्होंने उत्तर पूर्व में हुए चुनावों में कांग्रेस को मिली हार को लेकर विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "मिस्टर राहुल, सिर्फ इसलिए कि लोग आपको वोट नहीं देते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको उन्हें दोष देने का अधिकार है. इसका मतलब यह नहीं है कि आपको विदेशी धरती पर भारत और उसके लोकतांत्रिक मूल्यों को बदनाम करने का लाइसेंस मिल गया है. आप गाली देंगे, आप देश की सेना का अपमान करेंगे, देश के शहीदों की शहादत का मजाक बनाएंगे, आप देश की राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति का अपमान करेंगे, आप देश के मतदाताओं का अपमान करेंगे और कहेंगे कि मैं सत्य और अहिंसा में विश्वास करता हूं, ऐसा कैसे चलेगा?

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