रोहतक: कृषि कानूनों (farm laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (farmers agitation) पिछले 7 महीने से जारी है. इस आंदोलन का मुख्य चेहरा माने जा रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद और राज्य सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र में बीजेपी की सरकार होती तो जरूर किसानों की सुनी जाती, लेकिन केंद्र में तो एक कंपनी बैठी है.
दरअसल, राकेश टिकैत रोहतक में महिलाओं के पिंक धरने पर पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर वार किया. उन्होंने दावा किया कि बंगाल की तरह अब पंजाब और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी किसान बीजेपी की नींद उड़ाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं.
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रोहतक पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि इन दोनों राज्यों में चुनाव के दौरान किसान जनता के बीच जाकर किसानों की बात रखेंगे और बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि किसान लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर भी प्रदर्शन की तैयारी में है. इसके साथ ही टिकैत ने ये भी स्पष्ट किया कि जबतक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा तबतक किसान आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
गौरतलब है कि किसान लगातार केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. वहीं केंद्र सरकार का कहना है किसान बातचीत के जरिए बताए कि उन्हें इन कानूनों से क्या समास्या है? इस आंदोलन को लेकर किसानों और केंद्र सरकार में कई दौर की बातचीत हो चुकी है. हालांकि इस बातचीत का कोई सकरात्मक परिणाम नहीं निकला है.