ETV Bharat / bharat

सुशील मोदी का खुलासा- 'नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे, नहीं बने तो NDA से नाता तोड़ा'

भाजपा नेता सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनना चाहते थे. भाजपा की ओर से मना करने पर नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन छोड़ने का मन बना लिया था. पढ़ें पूरी खबर.

BJP MP SUSHIL KUMAR MODI
BJP MP SUSHIL KUMAR MODI
author img

By

Published : Aug 10, 2022, 6:17 PM IST

पटनाः एनडीए छोड़कर महागठबंधन के सहारे नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री (Nitish Kumar Oath As CM) बन गये हैं. एनडीए का साथ छोड़ते ही महागठबंधन से जुड़े दलों में जहां खुशी है, वहीं भाजपा के नेता और मंत्री नीतीश कुमार पर लगातार नये-नये आरोप लगा रहे हैं. भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एनडीए से अलग होने पर नीतीश कुमार गंभीर आरोप लगाया है. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनना (CM Nitish As Vice President Candidate) चाहते थे और उनके पार्टी के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी के बड़े नेताओं से संपर्क भी किया था. भाजपा के लिए ऐसा करना मुमकिन नहीं था. पार्टी की ओर से ऑफर नहीं मिलने के बाद से नीतीश कुमार ने गठबंधन से अलग होने के रोड मैप तैयार कर लिया था.

पढ़ें -नीतीश का BJP पर निशाना- '2024 में हम रहें या न रहें, 2014 वाले नहीं रहेंगे'

"राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार ने बिना शर्त राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को समर्थन दिया और उनको उम्मीद थी उपराष्ट्रपति पद के लिए उन्हें ऑफर मिलेगा. नीतीश कुमार उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनना चाहते थे और उनकी पार्टी के कई नेताओं ने हमारी पार्टी के बड़े नेताओं से संपर्क भी किया था. भाजपा के लिए ऐसा करना मुमकिन नहीं था क्योंकि हमारी बहुमत की सरकार है और दल में कई लोगों को जगह देना है. वैसे में पार्टी ने जगदीप धनखड़ हो उम्मीदवार बनाया. भाजपा ने अपनी असमर्थता जता दी थी, इसके बाद नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होने का मन बना लिया था."-सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

उप राष्ट्रपति बनने के लिए यलो पेपर बनवा चुके थे नीतीश कुमारः सीएम नीतीश कुमार के मित्र सुशील मोदी ने कहा कि उपराष्ट्रपति के तौर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से जगदीप धनखड़ का नाम सामने आने के बाद से नीतीश कुमार का एनडीए से मोहभंग हो गया था. सुशील मोदी ने बताया कि इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी कर रखी थी, यलो पेपर भी बनवा लिए थे. बता दें कि ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी और खबर राष्ट्रीय फलक पर मीडिया की सुर्खियां बनी है.

चुनाव के पहले और चुनाव के दौरान कई बार उछला था नामः बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान भी रहा. जदयू के कई नेता भी इसकी चर्चा करते रहे. इसको लेकर बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Agriculture Minister Amarendra Pratap Singh) ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि यह देश बहुत बड़ा है. कई योग्य लोग ऐसे हैं, जो राष्ट्रपति बन सकते हैं. उसमें से निश्चित रूप से नीतीश कुमार भी हैं. इसमें कौन नई बात है. रही बात उम्मीदवारी की तो पहले भी एनडीए के सभी नेता बैठकर इसको लेकर निर्णय लिए हैं, और इस बार भी यही होगा.

पढ़ें: नीतीश कुमार के मन में PM बनने की लालसा जागी है, इसलिए तोड़े हैं गठबंधन- गिरिराज सिंह

पटनाः एनडीए छोड़कर महागठबंधन के सहारे नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री (Nitish Kumar Oath As CM) बन गये हैं. एनडीए का साथ छोड़ते ही महागठबंधन से जुड़े दलों में जहां खुशी है, वहीं भाजपा के नेता और मंत्री नीतीश कुमार पर लगातार नये-नये आरोप लगा रहे हैं. भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एनडीए से अलग होने पर नीतीश कुमार गंभीर आरोप लगाया है. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनना (CM Nitish As Vice President Candidate) चाहते थे और उनके पार्टी के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी के बड़े नेताओं से संपर्क भी किया था. भाजपा के लिए ऐसा करना मुमकिन नहीं था. पार्टी की ओर से ऑफर नहीं मिलने के बाद से नीतीश कुमार ने गठबंधन से अलग होने के रोड मैप तैयार कर लिया था.

पढ़ें -नीतीश का BJP पर निशाना- '2024 में हम रहें या न रहें, 2014 वाले नहीं रहेंगे'

"राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार ने बिना शर्त राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को समर्थन दिया और उनको उम्मीद थी उपराष्ट्रपति पद के लिए उन्हें ऑफर मिलेगा. नीतीश कुमार उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनना चाहते थे और उनकी पार्टी के कई नेताओं ने हमारी पार्टी के बड़े नेताओं से संपर्क भी किया था. भाजपा के लिए ऐसा करना मुमकिन नहीं था क्योंकि हमारी बहुमत की सरकार है और दल में कई लोगों को जगह देना है. वैसे में पार्टी ने जगदीप धनखड़ हो उम्मीदवार बनाया. भाजपा ने अपनी असमर्थता जता दी थी, इसके बाद नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होने का मन बना लिया था."-सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

उप राष्ट्रपति बनने के लिए यलो पेपर बनवा चुके थे नीतीश कुमारः सीएम नीतीश कुमार के मित्र सुशील मोदी ने कहा कि उपराष्ट्रपति के तौर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से जगदीप धनखड़ का नाम सामने आने के बाद से नीतीश कुमार का एनडीए से मोहभंग हो गया था. सुशील मोदी ने बताया कि इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी कर रखी थी, यलो पेपर भी बनवा लिए थे. बता दें कि ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी और खबर राष्ट्रीय फलक पर मीडिया की सुर्खियां बनी है.

चुनाव के पहले और चुनाव के दौरान कई बार उछला था नामः बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान भी रहा. जदयू के कई नेता भी इसकी चर्चा करते रहे. इसको लेकर बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Agriculture Minister Amarendra Pratap Singh) ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि यह देश बहुत बड़ा है. कई योग्य लोग ऐसे हैं, जो राष्ट्रपति बन सकते हैं. उसमें से निश्चित रूप से नीतीश कुमार भी हैं. इसमें कौन नई बात है. रही बात उम्मीदवारी की तो पहले भी एनडीए के सभी नेता बैठकर इसको लेकर निर्णय लिए हैं, और इस बार भी यही होगा.

पढ़ें: नीतीश कुमार के मन में PM बनने की लालसा जागी है, इसलिए तोड़े हैं गठबंधन- गिरिराज सिंह

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.