बेंगलुरु : कर्नाकट के बेल्लारी जिले में राज्य सरकार द्वारा जिंदल स्टील को पट्टे पर दी गई जमीन का विवाद एक बार फिर सामने आया है. बीजेपी विधायकों का आरोप है कि राज्य सरकार ने कम दामों पर स्टील कंपनी को यह जमीन दी है. विधायकों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को एक पत्र भी लिखा है.
बीजेपी विधायकों ने पत्र में जिंदल कंपनी को दी गई 3,667 एकड़ जमीन के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.
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पत्र में विधायकों की शिकायत है कि करोड़ों रुपये की जमीन जिंदल कंपनी को महज 60-70 करोड़ रुपये में सौंप दी गई, जबकि इस तरह का निर्णय राज्य में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन वाली सरकार नेतृत्व में भी लिया गया था और आपके नेतृत्व में ही इस फैसले के खिलाफ बीजेपी नेताओं ने प्रदर्शन भी किया था. पत्र में कर्नाटक सरकार पर गठबंधन के खिलाफ जाने का भी आरोप लगाया गया है.
बीजेपी विधायकों ने शिकायत पत्र में कहा कि जिंदल को दी गई जमीन के मुद्दे पर पार्टी फोरम में चर्चा की जा सकती थी. विधायक दलों की बैठक और बजट सत्र के दौरान भी इस पर चर्चा की जा सकती थी. एक बार फिर, कैबिनेट की बैठक में लिए गए इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है. विधायकों ने इस मुद्दे पर पार्टी फोरम में चर्चा करने का अनरोध किया है.
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सीएम को भेजे शिकायत पत्र में बताया गया है कि राज्य सरकार के इस फैसले की चौतरफा आलोचना हो रही है. क्या कोरोना महामारी के बीच सरकार को इस तरह के निर्णय लेने की कोई आवश्यकता थी? प्रति एकड़ कितने लाख रुपये हैं? क्या यह सब संदेह का विषय नहीं है? जनता और मीडिया के प्रतिनिधि भी अब सवाल उठा रहे हैं. ऐसे में सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है.