बेंगलुरु : मुदिगेरे से सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक एम. पी. कुमारस्वामी ने प्रदर्शन कर कर्नाटक में अपनी पार्टी के सरकार पर आरोप लगाया कि वह उनके विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा कर रही है जो पिछले कुछ वर्षों से मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित है.
उन्होंने विधान सौध में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने हाथों में तख्ती लेकर अकेले प्रदर्शन किया. बहरहाल, राजस्व मंत्री आर. अशोक के आश्वासन के बाद उन्होंने प्रदर्शन खत्म कर दिया.
कुमारस्वामी ने कहा, '2019 में भारी बारिश हुई और छह लोग बाढ़ में बह गए और उनके घर भी तबाह हो गए. उनके शव ढूंढने में 15 दिन लगे, भूस्खलन के कारण कई घर और कॉफी के बागान नष्ट हो गए, हमने मुआवजे की मांग की, हमारी उपेक्षा की गई, हम चुप रहे.'
उन्होंने कहा कि स्थिति पिछले वर्ष और इस वर्ष भी ऐसी ही बनी रही. उन्होंने कहा, 'मैं यह सवाल नहीं करना चाहता कि दूसरे क्षेत्रों पर क्यों विचार किया जा रहा है और हम पर नहीं. लेकिन मैं एक नाम लूंगा शिवमोगा शहर का जिसे एनडीआरएफ नियमों के तहत राहत दी गई लेकिन मुदिगेरे को नहीं दी गई जो पहाड़ी इलाका है और पश्चिम घाट में आता है और यहां भारी बारिश होती है.'
विधायक ने कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी अपील के बाद 2018 में जब एच. डी. कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे तो हमें सहायता राशि दी गई और दूसरे तरीकों से भी उन्होंने सहायता करने का वादा किया था. उन्होंने कहा कि लेकिन अब अपनी पार्टी की सरकार होने के बावजूद हर वर्ष हमारी उपेक्षा की जा रही है.
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अपने विधानसभा क्षेत्र की दशा का जिक्र करते हुए विधायक भावुक हो गए जिस पर राजस्व मंत्री आर. अशोक ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा, 'मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा और मुआवजा तथा कार्य शुरू करने के लिए कोष मुहैया कराने की खातिर आवश्यक कदम उठाया जाएगा.'
मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई द्वारा हाल में कैबिनेट विस्तार के बाद अपनी पार्टी की सरकार के खिलाफ विधायक के विरोध को सत्तारूढ़ भाजपा के अंदर बढ़ते असंतोष बढ़ने के रूप में देखा जा रहा है. एम. पी. कुमारस्वामी भी मंत्री पद के आकांक्षी थे और उन्होंने मंत्री बनने की इच्छा खुलेआम जताई थी.