तिरुवनंतपुरम : मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रुप में श्रीधरन के नाम की सुरेंद्रन की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद ही राष्ट्रीय नेतृत्व की असहमति भी सामने आ गई. दरअसल सुरेंद्रन की घोषणा ने भाजपा के राज्य नेतृत्व के लिए सिरदर्द पैदा कर दिया. इसी वजह से भाजपा नेताओं को श्रीधरन को सीएम चेहरा बनाने के दावे से पलटना पड़ा.
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन जिन्होंने शुरू में सुरेंद्रन की घोषणा का समर्थन किया था, ने भी सीएम उम्मीदवार के बारे में अपने रुख पर पलटी मार ली. भाजपा ने अभी तक 5 राज्यों में से किसी भी राज्य में अपने सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. आमतौर पर राज्य के लिए सीएम उम्मीदवार की घोषणा भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व तय करता है. केरल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा अचानक घोषणा से राष्ट्रीय नेतृत्व को झटका लगा है.
सुरेंद्रन ने की थी नाम की घोषणा
सुरेंद्रन ने शुक्रवार को स्पष्ट किया और कहा कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि श्रीधरन सीएम उम्मीदवार हैं. इसके बजाय सुरेंद्रन कहते हैं कि उन्होंने केवल यह कहा कि जनता और पार्टी की इच्छा है कि श्रीधरन सीएम बनें. श्रीधरन ने भी शुक्रवार को पलटवार किया और स्पष्ट किया कि भाजपा के भीतर कोई भ्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि वे पार्टी के सीएम उम्मीदवार नहीं होंगे. सुरेंद्रन और श्रीधरन द्वारा इन स्पष्टीकरणों के बाद भाजपा के सीएम उम्मीदवार के नाम पर चल रहा विवाद अस्थायी रूप से समाप्त हो गया है.
छाया डॉलर तस्करी का मामला
चुनावी तैयारियों और केरल में उम्मीदवार चयन के अंतिम दौर में शुक्रवार को डॉलर की तस्करी के मामले में स्वप्ना से ‘चौंकाने वाले खुलासे’ हुए हैं. दरअसल, उच्च न्यायालय में दायर सीमा शुल्क हलफनामे के अनुसार स्वर्ण तस्करी मामले के मुख्य आरोपी स्वप्ना के बयानों में कथित तौर पर खुलासा हुआ है कि विदेशी मुद्रा की तस्करी के मामले में सीएम, तीन मंत्री और अध्यक्ष सीधे तौर पर शामिल हैं. राज्य में विधानसभा चुनावों से हफ्तों पहले सीमा शुल्क द्वारा दायर हलफनामे में स्वप्ना ने दावा किया है कि यूएई महावाणिज्यदूत की मदद से सीएम और स्पीकर ने डॉलर की तस्करी की है.
सीएम व प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप
सीमा शुल्क ने अदालत में दावा किया है कि स्वप्ना ने अपने अधिकारियों को एक गुप्त बयान में डॉलर तस्करी मामले में सीएम और अध्यक्ष की भूमिकाओं के बारे में खुलासा किया है. मुख्यमंत्री पूर्व यूएई महावाणिज्यदूत के बहुत करीब थे. सीमा शुल्क के अनुसार स्वप्ना के बारे में कहा जाता है कि उसने ऐसे कई सौदों में कमीशन प्राप्त किया है.
वाममोर्चा ने केंद्र पर किया हमला
यह खबर बाहर आने बाद रमेश चेन्निथला ने सीएम पर तीखा हमला किया. चेन्निथला ने एचसी के साथ सीमा शुल्क हलफनामे को चौंकाने वाला करार दिया है. विपक्ष के नेता ने कहा कि पिनाराई विजयन को सीएम के रूप में अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. रमेश चेन्निथला ने सीएम को देशद्रोही करार देते हुए कहा केंद्रीय जांच एजेंसियों के अड़ियल रवैये पर भी गंभीरता से विचार करना होगा. महीनों पहले सीएम और मंत्रियों के खिलाफ कोर्ट में साक्ष्य के माने जाने वाले बयानों के बावजूद एजेंसियों ने अब तक कार्रवाई नहीं की है.
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वामपंथियों ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों भाजपा के हाथों चुनाव उपकरण बनकर रह गई हैं.