नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने उन राज्यों को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने अपने राज्य में को-वैक्सीन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई है. उन्होंने कहा कि तीन विपक्ष रूलिंग स्टेट्स, जिनमें छत्तीसगढ़ पंजाब और केरल है. उन्होंने को-वैक्सीन के इस्तेमाल पर मना कर दिया है, जबकि को-वैक्सीन के निर्माता कंपनी ने कल ही एक डाटा रिलीज करके इसकी विस्तृत जानकारी दी थी.
डाटा में यह बताया था कि को वैक्सीन कोरोना से बचाव में 81 प्रतिशत कारगर है, बावजूद इसके विपक्षी पार्टियां वैक्सीन ड्राइव पर राजनीति कर रही हैं.
संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि पहले विपक्ष देश को भटकाने के लिए यह कह रहा था कि कोरोना वायरस वैक्सीन सही नहीं है. और अगर देश को इस पर भरोसा दिलाना है तो, प्रधानमंत्री पहले वैक्सीन लगवाए. यही वजह है कि प्रधानमंत्री ने अपने टर्न का इंतजार किया और उसके बाद खुद एम्स जाकर लाइन में खड़े होकर उन्होंने स्वदेशी टीका लगवाया.
विपक्षी दल चिढ़ाने और विषय को भटकाने के लिए कहते थे कि अगर कोवैक्सीन भारतीय है और देश को इसपर भरोसा है तो, प्रधानमंत्री पहले वैक्सीन लगवा लें. तब हम भी उसपर विश्वास कर लेंगे की ये वैक्सीन सही है.
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संबित ने आगे कहा कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रिगण सभी का टीकाकरण हुआ. फिर भी विपक्ष की इस प्रकार की राजनीति सही नहीं है.
बीजेपी ने आरोप लगाया कि किसी भी राजनेता, किसी भी राजनीतिक पार्टी का कर्तव्य होता है कि ऐसे समय में जब देश में टीकाकरण जैसा एक ऐतिहासिक कार्य चल रहा हो, उस समय देश में संशय का वातावरण पैदा नहीं होने देना होता है. हमेशा एकजुट होकर ऐसे समय में एक साथ खड़े होना चाहिए.