नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा में पुजारियों पर दिए गए बयान के मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम का कहना है कि राहुल गांधी ने देश के पुजारियों को लेकर बहुत ही आपत्तिजनक बयान दिया है. राहुल गांधी ने कभी देश की संस्कृति का मान ही नहीं रखा. ना ही वह मंदिर जाते हैं और ना ही भगवान को मानते हैं. ऐसे में मौका मिलते ही वह हिंदू संस्कृति और देवी देवताओं का अपमान भी करते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं और उनके बयानों को तनिक भी गंभीरता से लिया ही नहीं जाना चाहिए. इस सवाल पर कि देश के पुजारियों को लेकर जो बयान दिया है, पुजारी उनसे माफी मांगने की मांग कर रहे हैं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने कहा कि माफी मांगना तो उनके स्वभाव में ही नहीं है. उन्होंने पहले भी कई वर्गों पर ऐसी टिप्पणी और बयानबाजी की है मगर कभी भी उन्होंने माफी नहीं मांगी.
उन्होंने कहा की राहुल गांधी ऐसे ही उल्टे सीधे बयान देते रहते हैं. कभी लीटर में आटा तौलते हैं, तो कभी रुपए में आबादी बताते हैं. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने इस सवाल पर की इससे पहले राहुल ने आरएसएस की तारीफ की और कहा उन्हें बहुत कुछ सीखने मिला है, मगर कुछ समय बाद ये बयान. इस पर टिप्पणी करते हुए भाजपा नेता का कहना है कि वो क्या कहते हैं, क्या सोचते हैं, ये कोई नहीं समझ सकता. ये उनकी अपरिपक्वता है, जो उनके बयानों में झलकती है.
इस सवाल पर कि कहीं ना कहीं राम की बात कर और मंदिरों में जाने की शुरुआत विपक्ष भी कर चुका है. वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्री ने ऐलान किया की 1 जनवरी 2024 तक राम मंदिर का उद्घाटन हो जायेगा, तो क्या 2024 का चुनाव राम के इर्द गिर्द ही घूमेगा और मुख्य मुद्दा होगा.
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इस पर भाजपा नेता दुष्यंत गौतम ने कहा कि बीजेपी ने राम को राजनीति का मुद्दा या चुनाव का मुद्दा कभी नहीं समझा है और इसे वो चुनावी मुद्दा नहीं बनाएगी. ये आस्था का सवाल है, लेकिन जब लोगों को भव्य रामलाला के मंदिर के दर्शन होंगे और वो खुद खुश होकर भाजपा का साथ देंगे तो इसमें राजनीति कहां. बीजेपी ने अनुच्छेद 370, तीन तलाक और राम मंदिर जो वायदा किया वो निभाया है.