कोलकाता : जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव में बीजेपी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए अपने एक-एक विधायक और सांसद के वोटों की रक्षा करनी है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी सांसदों और विधायकों के तृणमूल कांग्रेस में जाने से पार्टी की चिंता बढ़ गई है. पिछले रविवार को सांसद अर्जुन सिंह ने टीएमसी की सदस्यता ले ली थी. इसके बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने अमित मालवीय के नेतृत्व में एक ऑब्जर्वर की टीम को बंगाल के लिए रविवार कर दिया.
सोमवार को बीजेपी सेंट्रल ऑब्जर्वर की टीम ने प्रदेश के कोर कमेटी के नेताओं से मुलाकात की थी. प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के साथ टीम ने खास बैठक की. बताया जाता है कि केंद्रीय नेताओं ने दोनों के लिए भूमिका तय कर दी. इन नेताओं को बताया गया कि राष्ट्रपति चुनाव तक पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ समन्वय बनाकर रखें. इससे पहले पार्टी छोड़कर एक भी विधायक या सांसद नहीं जाना चाहिए. सुकांतों मजूमदार को सांसदों को एकजुट रखने और सुवेंदु अधिकारी को विधायकों के साथ तालमेल बनाने की जिम्मेदारी दी गई. इसके अलावा दोनों नेताओं से 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हम अपने पार्टी के विधायक और सांसदों के नियमित संपर्क में रहते हैं. अर्जुन सिंह हमेशा सत्ता में रहना चाहते हैं, इसलिए वह अपनी पुरानी पार्टी में लौट गए. दूसरे विधायक अर्जुन की तरह निर्णय नहीं लेंगे.
पढ़ें : पार्टी में भगदड़ रोकने के लिए कोलकाता पहुंचा बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल