जयपुर : राजस्थान में तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव की जंग में प्रचार के लिए भाजपा ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है. हालांकि, भाजपा ने प्रचार के लिए जिन स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, उनमें से आधे से अधिक अब तक क्षेत्र में प्रचार करने नहीं पहुंचे हैं. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल है, लेकिन उनसे पहले भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी ने चुनाव मैदान में प्रचार के लिए उतार दिया.
दरअसल, स्टार प्रचारकों की सूची में जिन 30 नेताओं के नाम थे उनमें से अधिकतर तो उपचुनाव क्षेत्र सहाड़ा, सुजानगढ़ या राजसमंद में पहुंचे ही नहीं. वहीं, इन क्षेत्रों से भी बड़े स्टार प्रचारकों या नेताओं की डिमांड नहीं आ रही बल्कि ऐसे नेताओं को बुलाने की डिमांड आ रही है, जो जातिगत रूप से यहां अपना प्रभाव छोड़ कर प्रत्याशी के पक्ष में वोट दिलवा सके.
स्थानीय डिमांड को देखते हुए भाजपा ने भी अपनी रणनीति इसी के अनुरूप बनाना शुरू कर दी है और ऐसे नेताओं को उन क्षेत्रों में भेजा जा रहा है जो जातिगत रूप से जनाधार रखते हैं या जिनकी सभी 36 समुदायों में स्वीकारता है. इसी कड़ी में कुछ नेताओं को इन विधानसभा क्षेत्रों में फिक्स कर दिया गया है, मतलब चुनाव परिणाम तक ये नेता यहीं पर रहकर कमान संभालेंगे.
इनमें सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सचेतक जोगेश्वर गर्ग, प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, सांसद सीपी जोशी और पूर्व सांसद नारायण पंचारिया का नाम शामिल है. इसी तरह सुजानगढ़ क्षेत्र में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष माधव सिंह चौधरी, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़, वरिष्ठ नेता ओम सारस्वत के नाम शामिल है. वहीं, राजसमंद में प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, सांसद दीया कुमारी के साथ ही पूर्व सांसद पुष्प जैन को तैनात किया गया है.
स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं, लेकिन चुनाव मैदान में प्रचार के लिए उतारा
यह पार्टी की रणनीति का हिस्सा है कि जो स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नेताओं के साथ कई वरिष्ठ नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा गया है. इसका ताजा उदाहरण कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, जो रविवार को ही सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर चुके हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 12 अप्रैल को सुजानगढ़ और फिर राजसमंद में प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगेगी. ये दोनों ही उपचुनाव के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं थे.
इन सीटों पर इन जातियों के नेताओं की डिमांड
भाजपा कार्यकर्ताओं ने जो डिमांड की है उसके अनुसार सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में जाट, ब्राह्मण और गुर्जर समाज से जुड़े नेताओं की प्रचार के लिए डिमांड है. यही कारण है कि यहां पार्टी ने राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर और ब्राह्मण समाज से आने वाले सांसद सीपी जोशी को सक्रिय कर रखा है. वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया स्वयं जाट समाज से आते हैं और वे यहां कई बार दौरे कर चुनावी सभा को संबोधित कर चुके हैं.
इसी तरह राजसमंद विधानसभा क्षेत्र में भी राजपूत, ब्राह्मण और गुर्जर समाज से आने वाले नेताओं की डिमांड ज्यादा है. स्थानीय कार्यकर्ता इस बात से अवगत भी करा चुके हैं कि इन समाजों से आने वाले नेताओं को इन क्षेत्रों में प्रचार के लिए ज्यादा से ज्यादा भेजें. हालांकि, राजपूत समाज से आने वाली सांसद दीया कुमारी ने यहां मोर्चा संभाल रखा है, तो वहीं सांसद सीपी जोशी को सहाड़ा के साथ राजसमंद में भी पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र में राजपूत जाट और मेघवाल समाज से आने वाले नेताओं की डिमांड है. पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को यहां भेजा गया था. वहीं, आने वाले दिनों में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का भी दौरा बन सकता है. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया लगातार इन क्षेत्रों में भी दौरा कर रहे हैं.
जल्द बनेंगे इन नेताओं के दौरे
भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के साथ ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल के भी उप चुनाव क्षेत्र में दौरे किए जा रहे हैं. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ ही स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के अब तक कोई कार्यक्रम नहीं बने. संभवत: अगले दो दिनों में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी के भी इन क्षेत्रों में दौरे बनना तय है.