हैदराबाद : गृह मंत्री अमित शाह इस समय तेलंगाना दौरे पर हैं. इस शाह ने दावा किया कि 2024 में तेलंगाना में बीजेपी सरकार बनेगी. शाह ने तेलंगाना के निर्मल शहर एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दिन ही पूरे देश को आजादी मिलने के 13 महीनें बाद तेलंगाना को आजादी मिली थी.
गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा ने निर्णय किया है कि 2024 में तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनने के बाद हम 17 सितंबर को राज्य के अधिकृत कार्यक्रम करके हैदराबाद विमोचन दिन को धूमधाम के साथ मनाएंगे, जो डरते हैं वो डरें, भाजपा नहीं डरती मजलिस वालों से. हम तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करते हैं.
शाह ने निर्मल शहर में तेलंगाना मुक्ति दिवस अवसर पर भाजपा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. शाह ने कहा कि मैं आप सभी को तेलंगाना मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं देता हूं. आज का दिन एक मायने में तेलंगाना के लिए स्वतंत्रता दिवस भी माना जाता है. इसलिए मैं आप सभी को हृदय से शुभकामनाएं देता हूं.
शाह ने कहा कि आज तेलंगाना के लोगों के हित में प्रजा संग्राम यात्रा शुरू की गई है. ये यात्रा 5 चरणों में चलेगी. हर चरण 50-60 दिन का रहेगा. अमित शाह ने कहा कि जब ये यात्रा पांचों चरण पूरा करके वापस आएगी, तो मुझे विश्वास है कि 2024 में भाजपा सरकार की नींव डालकर वापस आएगी.
गृह मंत्री ने कहा कि तेलंगाना में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया गया है, जबकि आरक्षण धर्म के आधार पर कभी नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये भाजपा की नीति है, हम धर्म के आधार पर दिए गए आरक्षण का विरोध करते हैं. ये संविधान सम्मत नहीं है, इसे तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए.
यह भी पढ़ें- अमित शाह ने हैदराबाद मुक्ति दिवस के अवसर पर बधाई दी
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के गरीबों का कल्याण करने वाली सरकार केवल मोदी के नेतृत्व में भाजपा बना सकती है. परिवारवाद से तेलंगाना को मुक्त करने वाली सरकार केवल भाजपा ही बना सकती है. सरदार पटेल ने तेलंगाना को आजादी 17 सितंबर, 1948 को दी. मगर तेलंगाना को सच्ची आजादी तभी मिलेगी जब मजलिस की बैशाखी के बगैर की सरकार यहां बनेगी.
गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पूरे देश में खत्म हो रही है तेलंगाना में टीआरएस का विकल्प कांग्रेस नहीं हो सकती. कांग्रेस अगर विकल्प हो भी जाए, तो वो मजलिस के खिलाफ कुछ नहीं कर सकते. ये औवेसी के खिलाफ नहीं लड़ सकते. तेलंगाना का सम्मान भाजपा के अलावा कोई और नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा कि आज तेलंगाना के लोगों के हित में प्रजा संग्राम यात्रा शुरू की गई है. ये 5 चरणों में चलेगी. हर चरण 50-60 दिन का रहेगा. जब ये यात्रा पांचों चरण पूरा करके वापस आएगी. तो मुझे विश्वास है कि 2024 में भाजपा सरकार की नींव डालकर वापस आएगी.
शाह ने कहा कि जब सब पकड़े गए तो 1860 में निर्मल के एक कस्बे में एक हजार लोगों को बरगद के एक पेड़ पर फांसी पर चढ़ा दिया गया था. निर्मल के भोले-भाले आदिवासियों ने पहले अंग्रेजों के खिलाफ और फिर निजाम के खिलाफ बहुत बड़ा संघर्ष किया. सन 1857 की क्रांति की शुरुआत में ही इसी इलाके के रामजी गोंड के नेतृत्व में निजाम और अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष किया.
इस दौरान में केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय, पूर्व मंत्री इटेला राजेंदर और पार्टी के नेताओं ने भाग लिया.
इससे पहले गृह मंत्री शाह ने ट्वीट किया कि हैदराबाद मुक्ति दिवस के अवसर पर तेलंगाना और मराठवाड़ा क्षेत्र के लोगों को बधाई. इस ऐतिहासिक दिन पर मैं रजाकारों और निजामों की क्रूरता के खिलाफ लड़ने वाले वीर शहीदों को नमन करता हूं. राष्ट्र सदैव उनके सर्वोच्च बलिदानों का ऋणी रहेगा. उन्होंने अपने ट्वीट के साथ पटेल की एक तस्वीर भी साझा की.
देश को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली, किंतु हैदराबाद की तत्कालीन रियासत (निजाम शासन के अंतर्गत) का 17 सितंबर, 1948 को भारतीय संघ में विलय हुआ था.
गौरतलब है कि निर्मल शहर अंग्रेजों और निजाम से लड़ते हुए एक हजार लोगों की शहादत का गवाह रहा है.