कोलकाता : भाजपा ने ममता बंदोपाध्याय (बनर्जी) जैसी दिखने वाली दुर्गा प्रतिमा तैयार करने के लिए गणेश पूजा आयोजकों की आलोचना की है. दरअसल, उत्तर बंगाल के मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर में एक सामुदायिक गणेश पूजा समिति ने ममता बंदोपाध्याय जैसी दुर्गा की मूर्ति का प्रदर्शन किया है.
वहां दुर्गा की मूर्ति भगवान गणेश की मूर्ति को गोद में लिए हुए है. हालांकि लोग इस नए विचार को लेकर उत्साहित हैं लेकिन इससे राजनीतिक कीचड़ भी उछाला जा रहा है. जागरण संघ द्वारा आयोजित पूजा में देवी दुर्गा की मूर्ति न केवल मुख्यमंत्री की तरह दिखती है बल्कि यह सफेद और नीले रंग की पोशाक भी पहने हुए है.
जैसा कि मुख्यमंत्री ने अपने वास्तविक जीवन में पहनती हैं. मूर्ति में उनके दस हाथों में से दो में भगवान गणेश की मूर्ति है, जबकि अन्य आठ हाथों में राज्य सरकार की विभिन्न विकास परियोजनाओं की तख्तियां लगी हैं.
पूजा आयोजकों का दावा है कि विभिन्न विकास परियोजनाओं के बारे में उनके विचार के कारण मुख्यमंत्री उनके लिए देवी दुर्गा की तरह हैं. इसलिए उनकी दुर्गा की मूर्ति मुख्यमंत्री जैसी दिख रही है.
इस सामुदायिक पूजा के उद्घाटन समारोह में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बिश्वजीत मंडल और पार्टी के मालदा जिला अध्यक्ष जम्मू रहमान मौजूद थे. जागरण संघ के बुलबुल खान, जो पार्टी के जिला महासचिव भी हैं, ने कहा कि पहली बार सामुदायिक क्लब गणेश पूजा का आयोजन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि इस साल हमारी थीम राज्य सरकार की विभिन्न विकास परियोजनाओं पर है. एक बुरी ताकत बंगाल पर कब्जा करने की कोशिश करती है और मुख्यमंत्री ने हमें उस बुरी ताकत से बचाया है. इसलिए यह मूर्ति मुख्यमंत्री की तरह दिखती है.
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इस पर बात करते हुए भाजपा के जिला सचिव किशन केडिया ने कहा कि देवी दुर्गा की मुख्यमंत्री से तुलना करना न्यायोचित नहीं है. लोग निश्चित रूप से इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए मां हो सकती हैं लेकिन वह किसी हिंदू भगवान की मां नहीं हो सकती हैं. मुझे आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री खुद इसे स्वीकार करेंगी या नहीं.