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नारायण राणे की गिरफ्तारी पर सियासत गर्म, भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी को लेकर सियासत गर्म हो गई है. भाजपा भी अपने नेता के समर्थन में खुल कर सामने आ गई है. इस गिरफ्तारी पर भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राणे की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है. पढ़िए पूरी खबर..

नारायण राणे
नारायण राणे
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Published : Aug 24, 2021, 5:53 PM IST

नई दिल्ली : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जनआशीर्वाद यात्रा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी हो चुकी है. भाजपा भी राणे के समर्थन में खुल कर आ गई है. नारायण राणे की गिरफ्तारी पर भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राणे की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है.

महाराष्ट्र पुलिस ने कहा है कि राणे को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले रत्नागिरी के संगमेश्वर में राणे का मेडिकल परीक्षण कराया गया.

भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने ट्वीट कर लिखा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है. इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है. हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी.

  • महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे।
    भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है।
    हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी।

    — Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 24, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि महाराष्ट्र की सरकार में 27 ऐसे मंत्री हैं जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार सहित कई अन्य मामले दर्ज हैं, लेकिन वह उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है जबकि एक वक्तव्य देने के लिए एक केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार कर लिया जाता है.

राणे की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और चिंता का विषय है. यह एक तरह से लोकतंत्र का हनन है... लोकतंत्र की हत्या है.

उन्होंने कहा कि कुछ शब्द नारायण राणे ने जरूर प्रयोग किए होंगे, जिनसे बचा जा सकता था.

उन्होंने कहा कि लेकिन क्या यही सहिष्णुता है? क्या यही कानून है? महाराष्ट्र के कुछ मंत्री बता रहे हैं कि कानून सर्वोपरि है. भाजपा के दफ्तरों पर पत्थरबाजी करना, लोगों की जान को जोखिम में डालना क्या यह कानून है? इस तरह से एक मंत्री पर 30-40 प्राथमिकी दर्ज करना, क्या यह कानून है?

पात्रा ने दावा किया ओर सवाल उठाया कि आज महाराष्ट्र में वर्तमान में 42 में 27 ऐसे मंत्री हें जिनके ऊपर विभिन्न मामले चल रहे हैं लेकिन इनमें से कितने लोग जेल में हैं.

यह भी पढ़ें- आप भी जानें कानून, क्या महाराष्ट्र पुलिस को नारायण राणे को गिरफ्तार करने का हक है?

भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का उल्लेख करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वहां तो हर महीने 100 करोड़ वसूली करने वाली सरकार है.

उन्होंने कहा कि ये जो महाअघाड़ी सरकार चल रही है वहां, इनका मुख्य उद्देश्य क्या है? 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली करना. उच्चतम न्यायालय तक में मामला गया, लेकिन वहां भी अनिल देशमुख को किसी प्रकार की रियायत नहीं मिली. अनिल देशमुख जेल में हैं क्या? उनकी गिरफ्तारी हुई? एक बार कोई पुलिस अधिकारी उनकी ड्योढ़ी तक गया? नहीं...100 करोड़ वसूली करना ठीक है?

राज्य सरकार के मंत्री अनिल परब पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि अभी तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई.

उन्होंने कहा कि अनिल परब की काली करतूत सब अखबारों में छपी हैं. उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता, लेकिन यहां पर एक वक्तव्य के कारण आप गिरफ्तार कर लेंगे. बहुत दुख का विषय है. मुझे लगता है कि आज लोकतंत्र महाराष्ट्र में शर्मसार हुआ है. बदले के भाव के साथ जिस प्रकार की राजनीति महाराष्ट्र की सरकार कर रही है, उसे हिंदुस्तान की जनता देख रही है और वह उसका जवाब देगी.

पात्रा ने आरोप लगाया कि शिव सेना के नेता संजय राउत ने महिलाओं के खिलाफ लगातार टिप्पणियां की है लेकिन उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई.

यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री नारायण राणे गिरफ्तार, सीएम ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला

ज्ञात हो कि राणे को मंगलवार को रत्नागिरी जिले में गिरफ्तार कर लिया गया. राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं.

राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता. राणे अपनी इस टिप्पणी के बाद विवादों में घिर गए और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया है.

नई दिल्ली : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जनआशीर्वाद यात्रा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी हो चुकी है. भाजपा भी राणे के समर्थन में खुल कर आ गई है. नारायण राणे की गिरफ्तारी पर भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राणे की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है.

महाराष्ट्र पुलिस ने कहा है कि राणे को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले रत्नागिरी के संगमेश्वर में राणे का मेडिकल परीक्षण कराया गया.

भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने ट्वीट कर लिखा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है. इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है. हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी.

  • महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे।
    भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है।
    हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी।

    — Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 24, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि महाराष्ट्र की सरकार में 27 ऐसे मंत्री हैं जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार सहित कई अन्य मामले दर्ज हैं, लेकिन वह उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है जबकि एक वक्तव्य देने के लिए एक केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार कर लिया जाता है.

राणे की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और चिंता का विषय है. यह एक तरह से लोकतंत्र का हनन है... लोकतंत्र की हत्या है.

उन्होंने कहा कि कुछ शब्द नारायण राणे ने जरूर प्रयोग किए होंगे, जिनसे बचा जा सकता था.

उन्होंने कहा कि लेकिन क्या यही सहिष्णुता है? क्या यही कानून है? महाराष्ट्र के कुछ मंत्री बता रहे हैं कि कानून सर्वोपरि है. भाजपा के दफ्तरों पर पत्थरबाजी करना, लोगों की जान को जोखिम में डालना क्या यह कानून है? इस तरह से एक मंत्री पर 30-40 प्राथमिकी दर्ज करना, क्या यह कानून है?

पात्रा ने दावा किया ओर सवाल उठाया कि आज महाराष्ट्र में वर्तमान में 42 में 27 ऐसे मंत्री हें जिनके ऊपर विभिन्न मामले चल रहे हैं लेकिन इनमें से कितने लोग जेल में हैं.

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भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का उल्लेख करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वहां तो हर महीने 100 करोड़ वसूली करने वाली सरकार है.

उन्होंने कहा कि ये जो महाअघाड़ी सरकार चल रही है वहां, इनका मुख्य उद्देश्य क्या है? 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली करना. उच्चतम न्यायालय तक में मामला गया, लेकिन वहां भी अनिल देशमुख को किसी प्रकार की रियायत नहीं मिली. अनिल देशमुख जेल में हैं क्या? उनकी गिरफ्तारी हुई? एक बार कोई पुलिस अधिकारी उनकी ड्योढ़ी तक गया? नहीं...100 करोड़ वसूली करना ठीक है?

राज्य सरकार के मंत्री अनिल परब पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि अभी तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई.

उन्होंने कहा कि अनिल परब की काली करतूत सब अखबारों में छपी हैं. उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता, लेकिन यहां पर एक वक्तव्य के कारण आप गिरफ्तार कर लेंगे. बहुत दुख का विषय है. मुझे लगता है कि आज लोकतंत्र महाराष्ट्र में शर्मसार हुआ है. बदले के भाव के साथ जिस प्रकार की राजनीति महाराष्ट्र की सरकार कर रही है, उसे हिंदुस्तान की जनता देख रही है और वह उसका जवाब देगी.

पात्रा ने आरोप लगाया कि शिव सेना के नेता संजय राउत ने महिलाओं के खिलाफ लगातार टिप्पणियां की है लेकिन उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई.

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ज्ञात हो कि राणे को मंगलवार को रत्नागिरी जिले में गिरफ्तार कर लिया गया. राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं.

राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता. राणे अपनी इस टिप्पणी के बाद विवादों में घिर गए और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया है.

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