बेंगलुरु : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री आर. अशोक को कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र और पूर्व मुख्यमंत्रियों बी. एस. येदियुरप्पा तथा बसवराज बोम्मई विधायक दल की बैठक में मौजूद थे. बैठक में अशोक को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया.
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Karnataka | BJP legislature party meeting concludes in Bengaluru
— ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
"I thank you for electing me as the Leader of the Opposition. BJP will win all 28 constituencies in the state in the Lok Sabha elections," says BJP leader R Ashok. pic.twitter.com/41WnMykD0X
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— ANI (@ANI) November 17, 2023
"I thank you for electing me as the Leader of the Opposition. BJP will win all 28 constituencies in the state in the Lok Sabha elections," says BJP leader R Ashok. pic.twitter.com/41WnMykD0XKarnataka | BJP legislature party meeting concludes in Bengaluru
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"I thank you for electing me as the Leader of the Opposition. BJP will win all 28 constituencies in the state in the Lok Sabha elections," says BJP leader R Ashok. pic.twitter.com/41WnMykD0X
भाजपा के सात बार विधायक रहे अशोक जुलाई 2012 से मई 2013 तक भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री थे. भाजपा के वरिष्ठ नेता को कैबिनेट सदस्य के रूप में पांच मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला. एक मंत्री के रूप में उन्होंने गृह, राजस्व, नगरपालिका प्रशासन, परिवहन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जैसे विभिन्न विभागों का कार्यभार संभाला था.
अशोक पार्टी में एक प्रमुख वोक्कालिगा समुदाय का चेहरा हैं. यह समुदाय विशेष रूप से कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों जैसे बेंगलुरु, चिक्कबल्लापुरा, मैसुरु, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, कोलार, तुमकुरु और चिक्कमगलुरु में फैला हुआ है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले सप्ताह वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र की नियुक्ति की घोषणा की थी. येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से आते हैं. कर्नाटक विधानसभा की 224 सीट के लिए इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत के साथ भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया था. कांग्रेस ने 135 सीट, भाजपा ने 66 और जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीट पर जीत दर्ज की थी.
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#WATCH | BJP appoints R Ashok as Leader of Opposition in Karnataka Assembly
— ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
"It was a unanimous choice. He is a senior leader. I congratulate him. I am very happy," says BJP leader & former CM Basavaraj Bommai in Bengaluru. pic.twitter.com/VfHfQKToKQ
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— ANI (@ANI) November 17, 2023
"It was a unanimous choice. He is a senior leader. I congratulate him. I am very happy," says BJP leader & former CM Basavaraj Bommai in Bengaluru. pic.twitter.com/VfHfQKToKQ#WATCH | BJP appoints R Ashok as Leader of Opposition in Karnataka Assembly
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"It was a unanimous choice. He is a senior leader. I congratulate him. I am very happy," says BJP leader & former CM Basavaraj Bommai in Bengaluru. pic.twitter.com/VfHfQKToKQ
वहीं विधायक दल की बैठक के बाद बीजेपी विधायक आर अशोक ने कहा कि मुझे विपक्ष का नेता चुनने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं. लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य की सभी 28 सीटों पर जीत हासिल करेगी. बता दें कि इससे पहले नेता प्रतिपक्ष चुनने के सिलसिले में होने वाली बैठक के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम बेंगलुरु पहुंचे थे. पार्टी के दिग्गज नेता बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे और नवनियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य सीतारमण और कुमार का हवाई अड्डे पर स्वागत किया.
भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री आर. अशोक ने गुरुवार को कहा था कि वह और चार-पांच अन्य विधायक चाहते हैं कि उन्हें इस पद के लिए चुना जाए. बताया जाता है कि विपक्ष के नेता की दौड़ में आर अशोक, वी. सुनील कुमार, सी.एन. अश्वत्थ नारायण और ए. ज्ञानेंद्र शामिल थे. भाजपा राज्य में मुख्य विपक्षी दल है. जुलाई में हुए पिछले विधानसभा सत्र में नेता प्रतिपक्ष नहीं था.
बता दें कि इस साल मई में हुए 224 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत के साथ भाजपा को सत्ता से हटा दिया था. कांग्रेस को 135, भाजपा को 66 और जनता दल (सेक्युल) को 19 सीटों पर जीत मिली थी. चार दिसंबर से राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र बेलागावी में शुरू होने वाला है.
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