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केरल के दो गांवों में बर्ड फ्लू का प्रकोप, 8000 बत्तखों को मारने का आदेश

केरल के दो गांवों में बर्ड फ्लू का प्रकोप होने की खबर है. इस बीच पशुपालन विभाग ने लगभग 8,000 बत्तखों को मारने का आदेश दिया है.

Bird flu outbreak reported in two villages in Kerala, Ordered to Cull of Around  8,000 ducks
केरल के दो गांवों में बर्ड फ्लू का प्रकोप, लगभग 8,000 बत्तखों को मारने का आदेश
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Published : Dec 14, 2022, 11:07 AM IST

कोट्टायम : कोट्टायम जिले की दो पंचायतों में बर्ड फ्लू फैलने की सूचना मिली है. इस सूचना पर अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों के एक किमी के दायरे में लगभग 8,000 बत्तखों, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश दिया है. जिला कलेक्टर पी के जयश्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की अध्यक्षता की. जिले के अधिकारियों ने मंगलवार को अरपुकारा और थलयाझम पंचायतों में प्रकोप के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया.

कलेक्टर ने स्थानीय निकायों और पशुपालन विभाग की देखरेख में प्रभावित क्षेत्रों के एक किमी के दायरे में पक्षियों को मारने और नष्ट करने के निर्देश दिए. 13 दिसंबर से तीन दिनों के लिए बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों के 10 किमी के दायरे में चिकन, बत्तख, अन्य घरेलू पक्षियों, अंडे, मांस और खाद की बिक्री और परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

कलेक्टर ने यह भी कहा कि यदि बीमारी के केंद्र से 10 किमी के दायरे में 19 स्थानीय निकायों में चिकन, बत्तख या अन्य घरेलू पक्षियों की कोई असामान्य मौत देखी जाती है, तो इसकी सूचना नजदीकी पशु चिकित्सालय को दी जानी चाहिए. अधिकारियों ने कहा कि प्रवासी और समुद्री पक्षी जिले में पाए जाने वाले एच5एन1 स्ट्रेन के वाहक हैं.

ये भी पढ़ें-किसान सभा की बैठक में शामिल होने आए फ्रांसीसी किसान नेता को डिपोर्ट किया जाएगा

अरपुकारा में एक बत्तख फार्म और थलायाझम में एक ब्रायलर मुर्गी फार्म में पक्षियों की मौत के बाद नमूनों को भोपाल में उच्च सुरक्षा पशु रोग प्रयोगशाला के राष्ट्रीय संस्थान में परीक्षण के लिए भेजा गया. उन्होंने बताया कि आज बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. पशुपालन विभाग द्वारा प्रभावित पंचायतों में पक्षियों को मारने और नष्ट करने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दलों का गठन किया गया है.

कोट्टायम : कोट्टायम जिले की दो पंचायतों में बर्ड फ्लू फैलने की सूचना मिली है. इस सूचना पर अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों के एक किमी के दायरे में लगभग 8,000 बत्तखों, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश दिया है. जिला कलेक्टर पी के जयश्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की अध्यक्षता की. जिले के अधिकारियों ने मंगलवार को अरपुकारा और थलयाझम पंचायतों में प्रकोप के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया.

कलेक्टर ने स्थानीय निकायों और पशुपालन विभाग की देखरेख में प्रभावित क्षेत्रों के एक किमी के दायरे में पक्षियों को मारने और नष्ट करने के निर्देश दिए. 13 दिसंबर से तीन दिनों के लिए बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों के 10 किमी के दायरे में चिकन, बत्तख, अन्य घरेलू पक्षियों, अंडे, मांस और खाद की बिक्री और परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

कलेक्टर ने यह भी कहा कि यदि बीमारी के केंद्र से 10 किमी के दायरे में 19 स्थानीय निकायों में चिकन, बत्तख या अन्य घरेलू पक्षियों की कोई असामान्य मौत देखी जाती है, तो इसकी सूचना नजदीकी पशु चिकित्सालय को दी जानी चाहिए. अधिकारियों ने कहा कि प्रवासी और समुद्री पक्षी जिले में पाए जाने वाले एच5एन1 स्ट्रेन के वाहक हैं.

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अरपुकारा में एक बत्तख फार्म और थलायाझम में एक ब्रायलर मुर्गी फार्म में पक्षियों की मौत के बाद नमूनों को भोपाल में उच्च सुरक्षा पशु रोग प्रयोगशाला के राष्ट्रीय संस्थान में परीक्षण के लिए भेजा गया. उन्होंने बताया कि आज बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. पशुपालन विभाग द्वारा प्रभावित पंचायतों में पक्षियों को मारने और नष्ट करने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दलों का गठन किया गया है.

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