ETV Bharat / bharat

तृणमूल नेता की हत्या के कारण हुआ बीरभूम हत्याकांड : सीबीआई रिपोर्ट

पश्चिम बंगाल के बीरभूम हत्याकांड के संबंध में सीबीआई (CBI) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टीएमसी के स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या की वजह से ये घटना हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि संगठित तरीके से विरोधी समूह के परिवार के लोगों के घरों को जला देने के साथ उनकी हत्या कर दी गई.

birbhum killings
बीरभूम हत्याकांड (फाइल फोटो)
author img

By

Published : Apr 8, 2022, 9:10 PM IST

कोलकाता : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम हत्याकांड पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा है कि नरसंहार 'सुनियोजित और संगठित तरीके से' किया गया था और यह घटना तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या का 'सीधा नतीजा' थी. केन्द्रीय जांच एजेंसी ने 20 से अधिक पृष्ठों की रिपोर्ट में यह भी कहा है कि बोगतुई गांव में जिन सात लोगों के जले हुए शव बरामद किए गए थे, उन्हें 'जिंदा जलाने से पहले उन पर हमला किया गया था.'

सीबीआई रिपोर्ट में कहा गया है, 'बोगतुई में आग लगाने और हत्या करने की नृशंस घटना उसी दिन (21 मार्च) रात साढ़े आठ बजे भादू शेख नामक व्यक्ति की हत्या का सीधा नतीजा है.' इसमें कहा गया है कि भादू शेख की हत्या के बाद, उसके करीबी सहयोगी और उसके समूह के सदस्य हिंसक हो गए और वे गैरकानूनी तरीके से एकत्र हुए तथा सुनियोजित और संगठित तरीके से प्रतिद्वंद्वी समूह के परिवार के सदस्यों के घरों को जला दिया तथा उनकी हत्या कर दी.

ये भी पढ़ें - बीरभूम हत्याकांड: CBI ने की पहली गिरफ्तारी, 4 संदिग्धों को मुंबई से पकड़ा

सीबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि दो समूहों के बीच लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता चली आ रही थी और उनमें से एक समूह भादू शेख का था और दूसरा समूह पलाश शेख तथा सोना शेख का था. इसमें कहा गया है कि दोनों समूह के बीच प्रतिद्वंद्विता का कारण 'स्थानीय क्षेत्र में प्रभुत्व के लिए उनकी दुश्मनी और वाणिज्यिक वाहनों तथा अन्य अवैध गतिविधियों से धन के अवैध संग्रह से आय पर नियंत्रण' था. पिछले महीने हुई इस घटना में नौ लोगों की झुलसने से मौत हो गई थी. कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ली और 25 मार्च को मामला दर्ज किया. जांच एजेंसी ने एक दिन पहले ही इन हत्याओं के सिलसिले में मुंबई से चार लोगों को गिरफ्तार किया था.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम हत्याकांड पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा है कि नरसंहार 'सुनियोजित और संगठित तरीके से' किया गया था और यह घटना तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या का 'सीधा नतीजा' थी. केन्द्रीय जांच एजेंसी ने 20 से अधिक पृष्ठों की रिपोर्ट में यह भी कहा है कि बोगतुई गांव में जिन सात लोगों के जले हुए शव बरामद किए गए थे, उन्हें 'जिंदा जलाने से पहले उन पर हमला किया गया था.'

सीबीआई रिपोर्ट में कहा गया है, 'बोगतुई में आग लगाने और हत्या करने की नृशंस घटना उसी दिन (21 मार्च) रात साढ़े आठ बजे भादू शेख नामक व्यक्ति की हत्या का सीधा नतीजा है.' इसमें कहा गया है कि भादू शेख की हत्या के बाद, उसके करीबी सहयोगी और उसके समूह के सदस्य हिंसक हो गए और वे गैरकानूनी तरीके से एकत्र हुए तथा सुनियोजित और संगठित तरीके से प्रतिद्वंद्वी समूह के परिवार के सदस्यों के घरों को जला दिया तथा उनकी हत्या कर दी.

ये भी पढ़ें - बीरभूम हत्याकांड: CBI ने की पहली गिरफ्तारी, 4 संदिग्धों को मुंबई से पकड़ा

सीबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि दो समूहों के बीच लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता चली आ रही थी और उनमें से एक समूह भादू शेख का था और दूसरा समूह पलाश शेख तथा सोना शेख का था. इसमें कहा गया है कि दोनों समूह के बीच प्रतिद्वंद्विता का कारण 'स्थानीय क्षेत्र में प्रभुत्व के लिए उनकी दुश्मनी और वाणिज्यिक वाहनों तथा अन्य अवैध गतिविधियों से धन के अवैध संग्रह से आय पर नियंत्रण' था. पिछले महीने हुई इस घटना में नौ लोगों की झुलसने से मौत हो गई थी. कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ली और 25 मार्च को मामला दर्ज किया. जांच एजेंसी ने एक दिन पहले ही इन हत्याओं के सिलसिले में मुंबई से चार लोगों को गिरफ्तार किया था.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.