कानपुर देहातः बिकरू कांड में जेल में बंद खुशी दुबे की शनिवार देर शाम रिहाई होनी है. किशोर न्याय बोर्ड से सत्यापन की रिपोर्ट आ चुकी है. शुक्रवार को जमानती पेश होने के बाद उसका रिहाई परवाना जेल भेजा जाएगा. मुख्य मामले में रजिस्ट्रार कार्यालय कानपुर नगर से रिपोर्ट आनी शेष है. वह भी शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर दी जाएगी. खुशी दुबे के अधिवक्ता के मुताबिक उसकी रिहाई शनिवार देर शाम तक संभव है.
कानपुर नगर जनपद के थाना चौबेपुर अंतर्गत बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गों ने बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मियों को गोलियों से भून डाला था. इसके बाद पुलिस ने एनकाउंटर में विकास दुबे सहित छह आरोपियों को ढेर कर दिया था. इसके बाद पुलिस ने विकास दुबे के साथी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को भी आरोपी बनाया था और उसे जेल भेज दिया था. पुलिस का कहना था कि इस पूरे कांड में जिस तरह से विकास दुबे के साथ अमर दुबे और उसका गैंग शामिल था, उसी तरह खुशी दुबे भी शामिल थी.
खुशी दुबे के वकील शिवाकांत ने बताया कि चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू कांड में आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बचाव पक्ष ने कोर्ट में जमानत प्रपत्र दाखिल किया था व बुधवार को पनकी और नौबस्ता थानों से सत्यापन रिपोर्ट कोर्ट में भेजी गई थी. गुरुवार को पनकी थाना प्रभारी ने अदालत में उपस्थित होकर सत्यापन रिपोर्ट भेजने का प्रार्थना पत्र न्यायालय में दिया था. वहीं,किशोर न्याय बोर्ड में गुरुवार को सेंट्रल बैंक शाखा पनकी की जमानत प्रपत्र की सत्यापन रिपोर्ट भी डाक से आ गई है.
अधिवक्ता शिवाकांत ने बताया कि खुशी को दो मामलों में जेल में रखा गया है. पहला मामला फर्जी सिम रखने का है और दूसरा मामला बिकरू कांड का है. उन्होंने कहा कि खुशी बेगुनाह है. कहा कि अगर कागजी कार्यवाही शुक्रवार को न्यायालय और जेल से पूरी हो जाएगी तो शनिवार देर शाम तक खुशी की जमानत हो जाएगी. खुशी रिहा कर दी जाएगी.
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