नई दिल्ली : केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को 100 से ज्यादा दिन हो चुके हैं. इसी आंदोलन को फिर से गति देते हुए, कर्नाटक के चिकमगलूर जिले के यूथ कांग्रेस (IYC) के सदस्यों ने कर्नाटक से दिल्ली तक (लगभग 3000 किलोमीटर की दूरी) का सफर बाइक से तय किया था, इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह लोगों को किसान आंदोलन के बारे में जागरूक का बीड़ा उठाया था.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, यूथ कांग्रेस के सदस्यों में से एक शिवसागर तेजस्वी ने कहा, किसान पिछले तीन महीनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए तैयार ही नहीं है. हम सिर्फ लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि किसान जो भी कर रहे हैं, वो सही है और सभी उनके समर्थन में आगे आए, इसीलिए हम भी लोगों को जागरूक करते हुए लगभग 2800-3000 किलोमीटर तक गाड़ी चलाते हुए दिल्ली पहुंचे हैं.
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बता दें कि यूथ कांग्रेस के ये सदस्य कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की सीमा पार करते हुए दिल्ली पहुंचे हैं. इस बीच, उन्होंने आम लोगों से बात की उनके विचारों को भी समझने की कोशिश की. ताकि कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहे इन किसानों के समर्थन में अधिक से अधिक लोग आगे आएं.
वहीं, युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं में से एक विश्वनाथ ने कहा, उनकी इस यात्रा का बस एक ही मकसद था, वो है (जोड़ेंगे हाथ-किसानों के साथ). उन्होंने बताया कि उन्हें इस यात्रा में दिल्ली पहुंचने में छह दिन का समय लगा. उन्होंने अपील की है कि मोदी सरकार किसानों की समस्याओं को सुनें और तीन नए कृषि कानूनों को वापस लें.