कटिहार: नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल सुरेन्द्र यादव ने 'अग्निवीर योजना' की निंदा करते हुए भारतीय सेना के खिलाफ विवादित टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि ''अगले साढ़े आठ साल में भारत की सेना '$%#' की फौज हो जाएगी.'' वे यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि अग्निवीर जिस किसी के दिमाग की उपज है उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए. बता दें कि आरजेडी कोटे से सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने इससे पहले सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी आपत्तिजनक बयान दिया था.
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नीतीश के मंत्री का अग्निवीर पर विवादित बयान: दरअसल, पूर्णिया में महागठबंधन की 25 फरवरी को रैली होने वाली है. मंत्री सुरेन्द्र यादव उसी को लेकर जिलों में दौरा कर रहे हैं. इसी दौरान उन्होंने कटिहार में सेना को लेकर विवादस्पद टिप्पणी की. उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए विवादित टिप्पणी कर डाली.
''मोदी चाय बेचते थे. चाय बेचना अच्छी बात है लेकिन चाय बेचते बेचते देश को बेचा जा रहा है. अग्निवीर एक ऐसी योजना है जिससे भारतीय सेना कमजोर होगी. आने वाले साल में जब सेना के मौजूदा जवान रिटायर हो जाएंगे तो सिर्फ अग्निवीर बनेंगे. वो भी 4 साल में रिटायर हो जाएंगे. एक तरह से ट्रेनिंग के पहले ही वो रिटायर हो जाएंगे. देश की सेना अगले साढ़े आठ साल में '$#%' की फ़ौज साबित हो जाएगी.''- सुरेन्द्र यादव, मंत्री, बिहार सरकार
नीतीश के मंत्री की बे लगाम जुबान? : गौरतलब है कि मंत्री सुरेन्द्र यादव का ये दूसरा बयान है, जब उन्होंने भारतीय सेना का अपमान किया. एक महीने के अंदर ही सुरेन्द्र यादव का ये दूसरा आपत्तिजनक बयान है. इस बार उन्होंने अपने ही देश की अनुशासित इंडियन आर्मी को अपशब्द कहे हैं. मंत्री जी अग्निवीर योजना की निंदा करते-करते ये भूल गए कि वो क्या बोल रहे हैं? एक बार फिर नीतीश सरकार की बयानों से किरकिरी होने वाली है.
कौन हैं सुरेन्द्र यादव : बता दें कि सुरेन्द्र यादव आरजेडी के कद्दावर नेताओं में जाने जाते हैं. लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं. 2 बार जनता दल और 5 बार आरजेडी से विधायक रह चुके हैं. 13 महीने के लिए सांसद भी रह चुके हैं. दबंग नेताओं में इनका शुमार होता है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 3 दर्जन से अधिक मामले इनपर दर्ज हैं. 1991 में लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व विधायक जयकुमार को पीटने का आरोप भी इनपर लग चुका है.