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बिहार शराबकांड : एमएलसी ने NCPCR को लिखा पत्र, अनाथ बच्चों की मदद की मांग - भाजपा एमएलसी संजय मयूख

भाजपा एमएलसी संजय मयूख (MLC Sanjay Mayukh) ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को पत्र लिखकर शराब कांड में अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए गुहार लगाई है.

MLC Sanjay Mayukh
भाजपा एमएलसी संजय मयूख
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Published : Dec 23, 2022, 5:49 PM IST

नई दिल्ली : शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत को लेकर भाजपा के विधान पार्षद सदस्य और प्रवक्ता संजय मयूख ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को पत्र लिखा है. मयूख ने शराब कांड में अनाथ हुए बच्चों को मदद देने का आग्रह किया है.

पत्र में उन्होंने लिखा कि पीड़ित परिवारों के बच्चे जो अब अनाथ हो गए हैं और उन्हें मदद की सख्त जरूरत है. एनसीपीसीआर को लिखे एक पत्र में मयूख ने दावा किया कि इस त्रासदी में लगभग 75 लोगों की मौत नकली देशी शराब के सेवन से हुई और कहा कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह संख्या 100 है.

सीएम नीतीश कुमार के बयान कि 'पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा, क्योंकि राज्य में शराब प्रतिबंधित है.' इसे लेकर मयूख ने निशाना साधा. मयूख ने आयोग के अध्यक्ष से अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि आयोग बिहार सरकार को ऐसे बच्चों के भरण-पोषण के लिए इन परिवारों को तत्काल मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश दे जिससे असहाय हो चुके ये बच्चे जीवन से संघर्ष कर आगे बढ़ सकें.

गौरतलब है कि बिहार के बीजेपी सांसदों ने राज्य में जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर शुक्रवार को संसद परिसर में धरना दिया.

पढ़ें- Bihar Hooch Tragedy: नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, अब तक 75 मौतें.. SC में याचिका दायर

नई दिल्ली : शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत को लेकर भाजपा के विधान पार्षद सदस्य और प्रवक्ता संजय मयूख ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को पत्र लिखा है. मयूख ने शराब कांड में अनाथ हुए बच्चों को मदद देने का आग्रह किया है.

पत्र में उन्होंने लिखा कि पीड़ित परिवारों के बच्चे जो अब अनाथ हो गए हैं और उन्हें मदद की सख्त जरूरत है. एनसीपीसीआर को लिखे एक पत्र में मयूख ने दावा किया कि इस त्रासदी में लगभग 75 लोगों की मौत नकली देशी शराब के सेवन से हुई और कहा कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह संख्या 100 है.

सीएम नीतीश कुमार के बयान कि 'पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा, क्योंकि राज्य में शराब प्रतिबंधित है.' इसे लेकर मयूख ने निशाना साधा. मयूख ने आयोग के अध्यक्ष से अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि आयोग बिहार सरकार को ऐसे बच्चों के भरण-पोषण के लिए इन परिवारों को तत्काल मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश दे जिससे असहाय हो चुके ये बच्चे जीवन से संघर्ष कर आगे बढ़ सकें.

गौरतलब है कि बिहार के बीजेपी सांसदों ने राज्य में जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर शुक्रवार को संसद परिसर में धरना दिया.

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