पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बुधवार को 12वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है. साथ ही बोर्ड ने सबसे पहले रिजल्ट जारी कर रिकॉर्ड कायम किया है. इस साल कुल 80.15 प्रतिशत छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं. बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Choudhary) ने रिजल्ट जारी कर ये घोषणा की. इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर मौजूद थे. रिजल्ट बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया गया है. छात्र biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक, बिहार बोर्ड ने 12वीं क्लास की तीनों स्ट्रीम- आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स का रिजल्ट जारी कर दिया है. परीक्षा खत्म होने के महज 29 दिन बाद रिजल्ट की घोषणा की गई, जिसे लेकर बिहार बोर्ड ने एक नया रिकार्ड कायम किया है. परीक्षा में कुल 13 लाख 46 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे. 24 फरवरी से 10 मार्च तक कॉपियों का मूल्यांकन हुआ था. मूल्यांकन के छह दिनों बाद ही रिजल्ट जारी किया गया.
तीनों स्ट्रीम का पास प्रतिशत इस प्रकार है:-
आर्ट्स में कुल 79.53 प्रतिशत
कॉमर्स में कुल 90.38 प्रतिशत
साइंस में 79.81 प्रतिशत
आर्ट्स में गोपालगंज के संगम राज प्रथम, कटिहार की श्रेया द्वितीय और मधेपुरा की ऋतिका तृतीय स्थान पर रहीं. साइंस में मोतिहारी के सौरभ कुमार और अर्जुन कुमार टॉपर हुए हैं. वहीं, राज रंजन दूसरे स्थान पर रहे.
बता दें कि इंटरमीडिएट की आर्ट्स कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम की परीक्षाएं प्रदेशभर में 1 फरवरी से 14 फरवरी तक आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में प्रदेशभर से कुल 13.46 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे. परीक्षा रिजल्ट को लेकर के सोमवार को बिहार बोर्ड द्वारा लगभग 100 टॉपर परीक्षार्थियों को बुलाकर उनका वेरीफिकेशन कराया गया था और उनका आईक्यू टेस्ट करने के साथ-साथ हैंडराइटिंग मिलान कराई गई थी.
मोतिहारी के 25 परीक्षा केंद्रों की मैथमेटिक्स की परीक्षा रद्द हो गई थी, जिनका रिएग्जामिनेशन 23 मार्च को होगा. वहीं, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन मोतिहारी जिला में गणित विषय की परीक्षा के दौरान प्रथम पाली में आयोजित की गई परीक्षा रद्द कर दी है. कुल 25 केंद्रों की परीक्षा रद्द की गई है. इन 25 केंद्रों पर सम्मिलित परीक्षार्थी गणित विषय की पुनः परीक्षा 24 मार्च को इन्हीं परीक्षा केंद्रों पर देंगे. बिहार बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि इस परीक्षा में कोई परीक्षार्थी नहीं शामिल होते हैं तो उन्हें परीक्षा में अनुपस्थित मानते हुए फेल कर दिया जाएगा. इसके लिए परीक्षार्थी और उनके अभिभावक जिम्मेवार होंगे.