पटना: इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2023 के परीक्षा परिणाम की घोषणा मंगलवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मुख्य सभागार में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने किया. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी इस मौके पर मौजूद रहे. इंटर की परीक्षा 2023 में इस बार 83.70% परीक्षार्थी पास हुए हैं. बिहार बोर्ड ने पूरी प्रक्रिया को काफी कम समय में पूरा किया है. प्रक्रिया केवल 39 दिन में कंप्लीट की गई.
बिहार बोर्ड का 5 साल का रिकॉर्ड बरकरार: पूरे देश में बिहार बोर्ड का रिकॉर्ड बरकरार है. पहले परीक्षा आयोजित करने और परिणाम जारी करने काो रिकॉर्ड इस साल भी बरकरार रहा. 1 से 11 फरवरी 2023 के बीच इंटर की परीक्षा आयोजित की गई थी. 24 फरवरी से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हुआ था. पूरी प्रक्रिया 39 दिनों में खत्म कर रिजल्ट जारी कर बिहार ने अपना रिकॉर्ड बरकरार रखा है. वहीं 2022 में इंटर की परीक्षा 1 फरवरी से शुरू हुई थी जबकि परिणाम 16 मार्च को घोषित कर दिए गए थे. इंटर की परीक्षा साल 2021 में 1 से 13 फरवरी के बीच आयोजित की गई थी और परिणाम 26 मार्च को घोषित किए गए. 2020 की बात करें तो 3 फरवरी से 13 फरवरी के बीच परीक्षा आयोजित की गई और 24 मार्च को परिणाम जारी किए थे. 6 फरवरी से 16 फरवरी 2019 को इंटर की परीक्षा हुई थी और परिणाम 30 मार्च को घोषित किया गया.
'39 दिनों में पूरी हुई प्रक्रिया': इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम जारी करने के दौरान शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि यह गौरव की बात है कि बिहार बोर्ड देश में सबसे पहले इंटरमीडिएट परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन करा के रिजल्ट भी सबसे पहले जारी कर दिया. तीनों संकाय में टॉप 6 छात्र छात्राओं की सूची जारी की गई है.
"रिजल्ट देख कर काफी गौरव की अनुभूति हो रही है. बेटियां इस रिजल्ट में अव्वल रही हैं. यह बिहार के लिए काफी सुखद है और शिक्षा में बिहार आगे बढ़ेगा तो यह देश को विश्व गुरु बनने की दिशा में काफी मददगार होगा. बिहार बोर्ड ने 39 दिनों में प्रक्रिया पूरी कर रिजल्ट जारी किया है. इसके लिए इंटर काउंसिल परिवार को बधाई दोता हूं."- डॉक्टर चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार
पुरस्कृत होंगे टॉपर: तीनों संकाय में प्रथम करने वाले छात्र छात्राओं को ₹100000 नगद, एक लैपटॉप और एक किंडल ईबुक रीडर पुरस्कार स्वरूप भेंट किया जाएगा. द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ₹75000 एक लैपटॉप और एक किंडल ईबुक रीडर दिया जाएगा. तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ₹50000 नगद एक लैपटॉप और एक किंडल इबुक रीडर दिया जाएगा. वही चौथा पांचवा और छठा स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ₹15000 नगद और एक लैपटॉप बिहार सरकार की ओर से दिया जाएगा.
टॉपर्स में छात्राओं का दबदबा: इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार 1304586 छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए जिनमें 1091948 सफल हुए हैं. बिहार बोर्ड ने इस बार साइंस कॉमर्स और आर्ट्स तीनों संकाय में टॉप सिक्स विद्यार्थियों की सूची जारी की है और कला संकाय में टॉप सिक्स में 8 छात्र-छात्राएं शामिल हैं जिसमें 5 छात्राएं और 3 छात्र हैं. विज्ञान संकाय में टॉप सिक्स में 9 विद्यार्थी सम्मिलित रहे हैं जिसमें 5 छात्राएं और 4 छात्र हैं. वही वाणिज्य संकाय की बात करें तो टॉप सिक्स में 13 छात्र-छात्राएं शामिल हैं जिसमें छात्राओं की संख्या 11 है और छात्रों की संख्या 2 है. तीनों संकाय मिलाकर टॉप सिक्स में 30 छात्र छात्राएं सम्मिलित रहे हैं, जिसमें छात्राओं की संख्या 21 और छात्रों की संख्या 9 है यानी टॉपर्स में छात्राओं का दबदबा है.
बिहार के टॉपर: विज्ञान संकाय में छात्रा आयुषी नंदन ने कुल 474 अंक यानी 94.80% अंक प्राप्त कर पूरे बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. वहीं वाणिज्य संकाय में छात्रा सौम्या शर्मा और छात्र रजनीश कुमार पाठक ने कुल 475 अंक लाकर यानी 95% अंक प्राप्त कर पूरे राज्य में संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया है. कला संकाय की बात करें तो छात्रा मोहद्देसा ने 475 अंक यानी 95% अंक प्राप्त कर पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
ऐसा रहा इंटर 2023 का परिणाम: इंटरमीडिएट परीक्षा में 513222 विद्यार्थी फर्स्ट डिवीजन, 470223 विद्यार्थी सेकंड डिवीजन और 91503 विद्यार्थी थर्ड डिवीजन से उत्तीर्ण हुए हैं. बताते चलें कि 1 फरवरी से 11 फरवरी तक प्रदेश के 38 जिले के 1464 परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट परीक्षा संपन्न हुआ था.