रायपुर: कोरोना महामारी ने बड़ी संख्या में बच्चों को बेसहारा कर दिया. महामारी की वजह से कई बच्चों ने माता या पिता तो किसी ने दोनों को खोया. Mahtari Dular Yojana जिसके चलते कई बच्चे आगे की पढ़ाई को लेकर चिंतित थे. लेकिन कोविड से बेसहारा हुए बच्चों की पढ़ाई का बीड़ा अब राज्य सरकार ने उठा लिया है. free education to helpless children उन्हें सरकारी और निजी स्कूलों में न केवल फ्री शिक्षा दी जा रही है. बल्कि हर महीने छात्रवृत्ति भी प्रदान किया जा रहा है mahtari dular scheme in chhattisgarh.
6480 बच्चों को मुफ्त शिक्षा: कोरोना के कारण जिन बच्चों के सिर से माता-पिता या दोनों में से किसी एक का साया हट गया है. ऐसे 6480 बच्चों की पढ़ाई का खर्च राज्य सरकार उठा रही है. Mahtari Dular Yojana सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले इन बेसहारा बच्चों को फ्री शिक्षा के साथ ही हर माह छात्रवृत्ति भी प्रदान की जा रही है. free education to helpless children इतना ही नहीं बल्कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल में कोरोना से जिन बच्चों के सिर से माता पिता का साया उठ गया है. ऐसे बच्चों को पहली प्राथमिकता दी गई है.
बेसहारा बच्चों को दी जा रही छात्रवृत्ति: स्कूल शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 5767 बच्चों को हर माह के हिसाब से 4 करोड़ रुपए छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा चुका है. Mahtari Dular Yojana बच्चों की छात्रवृत्ति के लिए राज्य शासन से 50 लाख की मांग की गई है. इसी तरह निजी स्कूलों में अध्ययनरत 3527 बच्चों के लिए भी 5 करोड़ रुपए मांग पत्र शासन को भेजा गया है. free education to helpless children इस योजना के तहत पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिमाह 500 रुपये के हिसाब से 10 माह का सालाना 5 हजार और नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को सालाना 10 हजार रुपये छात्रवृत्ति दी जाती है.
सबसे ज्यादा रायपुर जिले में प्रवेश: कोरोना काल के दौरान जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का सहारा उठ गया. उन बच्चों को महतारी दुलार योजना के तहत शिक्षा दी जा रही है. Mahtari Dular Yojana इस योजना के तहत पंजीकृत विद्यार्थियों में सबसे ज्यादा 1088 विद्यार्थी रायपुर जिले से हैं. दुर्ग जिले में 955, बलौदा बाजार में 504, रायगढ़ में 449, बिलासपुर में 436, राजनांदगांव में 308, कोरबा में 300, जांजगीर-चांपा में 287, बेमेतरा में 279, धमतरी में 236 और महासमुंद में 209 बच्चे महतारी दुलार योजना से लाभान्वित हो रहे हैं.
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सरकार निभा रही पालक की भूमिका: स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम ने कहा कि "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर शुरू हुई महतारी दुलार योजना से कोरोना काल के दौरान बेसहारा हुए बच्चों के लिए राज्य सरकार पालक की भूमिका निभा रही है. Mahtari Dular Yojana कांग्रेस सरकार की ओर से उनकी शिक्षा का संपूर्ण खर्च वहन किया जा रहा है. free education to helpless children बच्चों को निशुल्क शिक्षा ही नहीं बल्कि उन्हें हर माह छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है. सरकारी के अलावा प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे, ऐसे बच्चों को भी इस योजना का लाभ दिया जा रहा है."