तिरुवनंतपुरम : केरल सोना तस्करी मामले में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा तिरुवनंतपुरम में सीएम पिनाराई विजयन के आवास के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया है. प्रदर्शनकारी मामले में पूर्व मुख्य सचिव एम शिवशंकर की संलिप्तता पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार शिवशंकर ने स्वीकार किया कि उन्होंने राजनयिक सामान की वसूली के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों से संपर्क किया था. शिवशंकर ने सीमा शुल्क में एक उच्च पदस्थ अधिकारी को बुलाया था. प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार शिवशंकर ने 15 अक्टूबर को पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया था .
बता दें, 28 अक्टूबर को केरल सोना तस्करी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले शिवशंकर को ईडी ने हिरासत में लिया था.
शिवशंकर तिरुवनंतपुरम में स्थित एक अस्पताल में भर्ती थे, जहां से उन्हें हिरासत में लिया गया था. इससे पहले केरल उच्च न्यायालय ने उनको अग्रिम जमानत देने से इंकार कर दिया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिवशंकर को ईडी द्वारा कोच्ची ले जाया गया था. इस दौरान यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. ईडी कार्यालय की सड़क को पुलिस बैरिकेड्स द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया था. विरोध प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था.
अदालत ने दो अलग-अलग अंतरिम याचिकाओं पर फैसला सुनाया था
ईडी ने याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि अधिकारी की हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता है, क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
एजेंसी ने कहा कि सोना तस्करी मामले में शिवशंकर की भूमिका की जांच अभी की जा रही है और अंतरिम जमानत देने से इसका जांच पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
वहीं अंतरिम जमानत की मांग करते हुए शिवशंकर ने कहा था कि उन्होंने अभी तक सभी निर्देशों का पालन किया है और उनके भागने की कोई गुंजाइश भी नहीं है.
उल्लेखनीय है कि सीमा शुल्क विभाग ने गत पांच जुलाई को 15 करोड़ रुपये मूल्य का 30 किलोग्राम सोना जब्त किया था.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), सीमा शुल्क विभाग और प्रवर्तन निदेशालय समेत केंद्रीय एजेंसियां इस मामले में अलग अलग जांच कर रही हैं.