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फिर पटरी पर लौट रही है दुनिया का सबसे पुरानी 'फेयरी क्वीन' - worlds oldest Steam engine

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुका स्टीम इंजन 'फेयरी क्वीन' एक बार फिर पटरी पर लौट रहा है. उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल 'फेयरी क्वीन एक्सप्रेस' को दिल्ली कैंट से रेवाड़ी तक के लिए हरी झंडी दिखाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

फेयरी क्वीन ट्रेन
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Published : Nov 8, 2019, 6:11 PM IST

नई दिल्ली: दुनिया का सबसे पुराना और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुका स्टीम इंजन 'फेयरी क्वीन' एक बार फिर पटरी पर लौट रहा है. आगामी 14 दिसंबर को उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल 'फेयरी क्वीन एक्सप्रेस' को दिल्ली कैंट से रेवाड़ी तक के लिए हरी झंडी दिखाएगा. इसमें बैठ यात्री ऐतिहासिक स्टीम रन का आनंद ले पाएंगे.

जानकारी के मुताबिक, 40 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड से दौड़ने वाले स्टीम इंजन से लेस फेयरी क्वीन एक्सप्रेस सुबह 10:30 बजे दिल्ली कैंट से रवाना किया जाएगा. दोपहर एक बजे से डेढ़ बजे के बीच ये रेवाड़ी स्टेशन पहुंचेगी. वहां से शाम साढ़े चार बजे यात्रियों को लेकर शाम साढ़े छह बजे तक दिल्ली पहुंचेगी. इसमें लगभग 100 लोगों की कैपेसिटी होगी. बहुत जल्द ही इसकी बुकिंग शुरू होने वाली है.

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि यह सही है कि फेयरी क्वीन को चलाने की प्लानिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर के मध्य में इस ट्रेन को चलाया जाएगा. कुमार ने बताया कि इसमें दो कोच लगाए जाते हैं और इसकी टिकट ऑनलाइन बुक होती है. उन्होंने कहा कि लोगों में इस ऐतिहासिक ट्रेन को लेकर काफी उत्साह रहता है. यह लोगों के उत्साह पर ही निर्भर करेगा कि आगे इस गाड़ी को चलाया जाता है या नहीं.

आखिरी बार साल 2018 चलाया गया था
दरअसल, फेयरी क्वीन स्टीम इंजन दुनिया का सबसे पुराना स्टीम इंजन है जो अब तक चल रहा है. 1855 में इसे भारतीय रेल नेटवर्क में जोड़ा गया था. 54 साल की सेवाएं देने के बाद 1909 में इसे रिटायर कर दिया गया था. हालांकि बाद में एक फरवरी 1977 को इसे एक बार फिर चलाया गया. रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक आखिरी बार साल 2018 में इसे चलाया गया था. इंजन में आई कुछ तकनीकी खामियों और रूटीम मेंटेनेंस के लिए इसे चेन्नई के पेरंबूर स्थित वर्कशॉप भेजा गया था. अभी के समय में ये पूरी तरह दुरुस्त है और 14 दिसंबर को एक बार फिर छुक-छुक की आवाज निकालकर रेल प्रेमियों का मन मोहेगा.

पढ़ें : पहली बार देरी से पहुंची तेजस एक्सप्रेस, यात्रियों को मिलेगा मुआवजा

बताते चलें कि फेयरी क्वीन में यात्रा करने के लिए आईआरसीटीसी से बुकिंग करानी होगी. एक तरफ से इसका किराया लगभग 3500 रखे जाने की उम्मीद है. बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक इसमें बुकिंग कराते हैं. अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार भी फेयरी क्वीन के प्रति लोगों के उत्साह में कमी नहीं आएगी.

नई दिल्ली: दुनिया का सबसे पुराना और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुका स्टीम इंजन 'फेयरी क्वीन' एक बार फिर पटरी पर लौट रहा है. आगामी 14 दिसंबर को उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल 'फेयरी क्वीन एक्सप्रेस' को दिल्ली कैंट से रेवाड़ी तक के लिए हरी झंडी दिखाएगा. इसमें बैठ यात्री ऐतिहासिक स्टीम रन का आनंद ले पाएंगे.

जानकारी के मुताबिक, 40 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड से दौड़ने वाले स्टीम इंजन से लेस फेयरी क्वीन एक्सप्रेस सुबह 10:30 बजे दिल्ली कैंट से रवाना किया जाएगा. दोपहर एक बजे से डेढ़ बजे के बीच ये रेवाड़ी स्टेशन पहुंचेगी. वहां से शाम साढ़े चार बजे यात्रियों को लेकर शाम साढ़े छह बजे तक दिल्ली पहुंचेगी. इसमें लगभग 100 लोगों की कैपेसिटी होगी. बहुत जल्द ही इसकी बुकिंग शुरू होने वाली है.

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि यह सही है कि फेयरी क्वीन को चलाने की प्लानिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर के मध्य में इस ट्रेन को चलाया जाएगा. कुमार ने बताया कि इसमें दो कोच लगाए जाते हैं और इसकी टिकट ऑनलाइन बुक होती है. उन्होंने कहा कि लोगों में इस ऐतिहासिक ट्रेन को लेकर काफी उत्साह रहता है. यह लोगों के उत्साह पर ही निर्भर करेगा कि आगे इस गाड़ी को चलाया जाता है या नहीं.

आखिरी बार साल 2018 चलाया गया था
दरअसल, फेयरी क्वीन स्टीम इंजन दुनिया का सबसे पुराना स्टीम इंजन है जो अब तक चल रहा है. 1855 में इसे भारतीय रेल नेटवर्क में जोड़ा गया था. 54 साल की सेवाएं देने के बाद 1909 में इसे रिटायर कर दिया गया था. हालांकि बाद में एक फरवरी 1977 को इसे एक बार फिर चलाया गया. रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक आखिरी बार साल 2018 में इसे चलाया गया था. इंजन में आई कुछ तकनीकी खामियों और रूटीम मेंटेनेंस के लिए इसे चेन्नई के पेरंबूर स्थित वर्कशॉप भेजा गया था. अभी के समय में ये पूरी तरह दुरुस्त है और 14 दिसंबर को एक बार फिर छुक-छुक की आवाज निकालकर रेल प्रेमियों का मन मोहेगा.

पढ़ें : पहली बार देरी से पहुंची तेजस एक्सप्रेस, यात्रियों को मिलेगा मुआवजा

बताते चलें कि फेयरी क्वीन में यात्रा करने के लिए आईआरसीटीसी से बुकिंग करानी होगी. एक तरफ से इसका किराया लगभग 3500 रखे जाने की उम्मीद है. बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक इसमें बुकिंग कराते हैं. अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार भी फेयरी क्वीन के प्रति लोगों के उत्साह में कमी नहीं आएगी.

Intro:इससे जुड़ा पैकेज कुछ देर में भेज रहा हूँ. एक्सक्लूसिव स्टोरी है पहले स्टोरी लगा दें.

नई दिल्ली:
दुनिया का सबसे पुराना और गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुका स्टीम इंजन 'फेयरी क्वीन' एक बार फिर पटरी पर लौट रहा है. आगामी 14 दिसंबर को उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल फेयरी क्वीन एक्सप्रेस को दिल्ली कैंट से रेवाड़ी तक के लिए हरी झंडी दिखाएगा. इसमें बैठ यात्री ऐतिहासिक स्टीम रन का आनंद ले पाएंगे.


Body:जानकारी के मुताबिक, 40 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड से दौड़ने वाले स्टीम इंजन से लेस फेयरी क्वीन एक्सप्रेस सुबह 10:30 बजे दिल्ली कैंट से रवाना किया जाएगा. दोपहर 1 बजे से 1:30 बजे के बीच ये रेवाड़ी स्टेशन पहुंचेगी और वहां से शाम 4:30 बजे यात्रियों को लेकर शाम 6:30 बजे तक दिल्ली पहुंचेगी. इसमें लगभग 100 लोगों की कैपेसिटी होगी. बहुत जल्दी इसकी बुकिंग शुरू होने वाली है.

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि यह सही है कि फेयरी क्वीन को चलाने की प्लानिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर के मध्य में इस ट्रेन को चलाया जाएगा. कुमार ने बताया कि इसमें 2 कोच लगाए जाते हैं और इसकी टिकट ऑनलाइन बुक होती है. उन्होंने कहा कि लोगों में इस ऐतिहासिक ट्रेन को लेकर काफी उत्साह रहता है. यह लोगों के उत्साह पर ही निर्भर करेगा कि आगे इस गाड़ी को चलाया जाता है या नहीं.

दरअसल, फेयरी क्वीन स्टीम इंजन दुनिया का सबसे पुराना स्टीम इंजन है जो अब तक चल रहा है. 1855 में इसे भारतीय रेल नेटवर्क में जोड़ा गया था. 54 साल की सेवाएं देने के बाद 1909 में इसे रिटायर कर दिया गया था. हालांकि बाद में 1 फरवरी 1977 को इसे एक बार फिर चलाया गया.

रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक आखिरी बार साल 2018 में इसे चलाया गया था. इंजन में आई कुछ तकनीकी खामियों और रूटीम मेंटेनेंस के लिए इसे चेन्नई के पेरंबूर स्थित वर्कशॉप भेजा गया था. अभी के समय में ये पूरी तरह दुरुस्त है और 14 दिसंबर को एक बार फिर छुक-छुक की आवाज निकालकर रेल प्रेमियों का मन मोहेगा.


Conclusion:बताते चलें कि फेयरी क्वीन में यात्रा करने के लिए आईआरसीटीसी से बुकिंग करानी होगी. एक तरफ से इसका किराया लगभग 3500 रखे जाने की उम्मीद है. बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक इसमें बुकिंग कराते हैं. अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार भी फेयरी क्वीन के प्रति लोगों के उत्साह में कमी नहीं आएगी.
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