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विश्व विज्ञान दिवस : जानें इतिहास और महत्व

आज दुनियाभर में शांति व विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर जन सामान्य के जीवन में विज्ञान के प्रभाव को रेखांकित किया जाता है और विज्ञान और वैज्ञानिकों की भूमिका के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है.

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शांति व विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस
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Published : Nov 10, 2020, 6:44 AM IST

नई दिल्ली : हर वर्ष 10 नवंबर को विश्व विज्ञान दिवस (शांति व विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य समाज में विज्ञान की भूमिका को रेखांकित करना है. इसके द्वारा जन सामान्य के जीवन में विज्ञान के प्रभाव को प्रदर्शित करना और जागरूकता बढ़ाना है. विज्ञान को समाज के साथ और अधिक निकटता से जोड़कर, विश्व विज्ञान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिकों को विज्ञान के विकास के बारे में बताया जाए.

विश्व विज्ञान दिवस
विश्व विज्ञान दिवस की स्थापना यूनेस्को द्वारा वर्ष 2001 में की गई थी, इसे पहली बार वर्ष 2002 में मनाया गया था. इस दिवस पर विश्वभर में कई संस्थानों द्वारा इवेंट्स आयोजित किए जाते हैं.

उद्देश्य

  • शांतिपूर्ण तथा सतत समाज के विकास में विज्ञान की भूमिका.
  • समाज के कल्याण के लिए विज्ञान के उपयोग के लिए प्रतिबद्धता को दोहराना.
  • विज्ञान के समक्ष मौजूद चुनौतियों की ओर ओर ध्यान आकर्षित करना.
  • वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास में योगदान.

विश्व विज्ञान दिवस पर हर वर्ष एक अलग थीम होती है. इस साल ऐसे समय में जब दुनिया वैश्विक कोविड-19 महामारी से जूझ रही है, विश्व विज्ञान दिवस का ध्यान वैश्विक महामारी से निपटने के लिए विज्ञान और समाज के साथ है. संयुक्त राष्ट्र का विज्ञान के क्षेत्र को समाज के करीब लाने और आवश्यक रूप से अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास है.

अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देना
कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए, अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को मजबूत करना आवश्यक है, साथ ही साथ वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, निजी चिकित्सकों, उद्योगों, स्वास्थ्य पेशेवरों, नागरिक समाज और बड़े पैमाने पर लोगों के बीच संवाद भी जरूरी है.

पानी और स्वच्छता में सुधार
कोरोना के प्रसार को रोकने और महामारी से लड़ने के लिए साफ-सुरक्षित पानी और स्वच्छता बनाए रखनी होगी. यूनेस्को जल नीतियों के लिए और सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी और स्वच्छता तक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में वैज्ञानिक और तकनीकी सलाह देता है. साथ ही जल संसाधनों के स्थायी प्रबंधन से जुड़ी जानकारी भी उपलब्ध कराता है.

इतिहास
बुडापेस्ट में 1999 में विज्ञान पर विश्व सम्मेलन हुआ, जिसमें विज्ञान और समाज के प्रति प्रतिबद्धता पर केंद्रित संगठन बनाया गया. इसका उद्देश्य हर साल विज्ञान और वैज्ञानिक ज्ञान पर घोषित लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रतिबद्धता था.

2001 में यूनेस्को द्वारा इसकी घोषणा के बाद से 'विश्व विज्ञान दिवस के लिए शांति और विकास' ने दुनिया भर में विज्ञान के लिए कई ठोस परियोजनाएं, कार्यक्रम और धन जुटाया है. इस दिवस ने संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले वैज्ञानिकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में मदद की है. उदाहरण के लिए यूनेस्को के सहयोग से इजरायल-फिलिस्तीनी विज्ञान संगठन (IPSO) का निर्माण हुआ है.

विश्व विज्ञान दिवस का महत्व
इस दिवस को मनाने का मूल कारण दीर्घकालिक समाज के लिए विज्ञान और वैज्ञानिकों की भूमिका के महत्व को बताना है. साथ ही नागरिकों को विज्ञान की आवश्यकता के बारे में सूचित करना है. यानी, विश्व विज्ञान दिवस आम जनता को उनके जीवन में विज्ञान की प्रासंगिकता दिखाने और उन्हें चर्चाओं में शामिल करने का अवसर प्रदान करता है. इस तरह के कार्यक्रम शांति और विकास के लिए वैश्विक खोज के लिए एक अनूठा दृष्टिकोण भी पेश करते हैं.

शांति व विकास के लिए पहला विश्व विज्ञान दिवस 10 नवंबर, 2002 को यूनेस्को के तत्वावधान में दुनियाभर में मनाया गया था. इसमें सरकारी, अंतर-सरकारी और गैर-सरकारी संगठन, यूनेस्को नेशनल कमीशन, वैज्ञानिक और अनुसंधान संस्थानों, पेशेवर संगठनों, मीडिया, विज्ञान शिक्षकों और स्कूलों ने भाग लिया था.

नई दिल्ली : हर वर्ष 10 नवंबर को विश्व विज्ञान दिवस (शांति व विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य समाज में विज्ञान की भूमिका को रेखांकित करना है. इसके द्वारा जन सामान्य के जीवन में विज्ञान के प्रभाव को प्रदर्शित करना और जागरूकता बढ़ाना है. विज्ञान को समाज के साथ और अधिक निकटता से जोड़कर, विश्व विज्ञान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिकों को विज्ञान के विकास के बारे में बताया जाए.

विश्व विज्ञान दिवस
विश्व विज्ञान दिवस की स्थापना यूनेस्को द्वारा वर्ष 2001 में की गई थी, इसे पहली बार वर्ष 2002 में मनाया गया था. इस दिवस पर विश्वभर में कई संस्थानों द्वारा इवेंट्स आयोजित किए जाते हैं.

उद्देश्य

  • शांतिपूर्ण तथा सतत समाज के विकास में विज्ञान की भूमिका.
  • समाज के कल्याण के लिए विज्ञान के उपयोग के लिए प्रतिबद्धता को दोहराना.
  • विज्ञान के समक्ष मौजूद चुनौतियों की ओर ओर ध्यान आकर्षित करना.
  • वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास में योगदान.

विश्व विज्ञान दिवस पर हर वर्ष एक अलग थीम होती है. इस साल ऐसे समय में जब दुनिया वैश्विक कोविड-19 महामारी से जूझ रही है, विश्व विज्ञान दिवस का ध्यान वैश्विक महामारी से निपटने के लिए विज्ञान और समाज के साथ है. संयुक्त राष्ट्र का विज्ञान के क्षेत्र को समाज के करीब लाने और आवश्यक रूप से अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास है.

अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देना
कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए, अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को मजबूत करना आवश्यक है, साथ ही साथ वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, निजी चिकित्सकों, उद्योगों, स्वास्थ्य पेशेवरों, नागरिक समाज और बड़े पैमाने पर लोगों के बीच संवाद भी जरूरी है.

पानी और स्वच्छता में सुधार
कोरोना के प्रसार को रोकने और महामारी से लड़ने के लिए साफ-सुरक्षित पानी और स्वच्छता बनाए रखनी होगी. यूनेस्को जल नीतियों के लिए और सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी और स्वच्छता तक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में वैज्ञानिक और तकनीकी सलाह देता है. साथ ही जल संसाधनों के स्थायी प्रबंधन से जुड़ी जानकारी भी उपलब्ध कराता है.

इतिहास
बुडापेस्ट में 1999 में विज्ञान पर विश्व सम्मेलन हुआ, जिसमें विज्ञान और समाज के प्रति प्रतिबद्धता पर केंद्रित संगठन बनाया गया. इसका उद्देश्य हर साल विज्ञान और वैज्ञानिक ज्ञान पर घोषित लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रतिबद्धता था.

2001 में यूनेस्को द्वारा इसकी घोषणा के बाद से 'विश्व विज्ञान दिवस के लिए शांति और विकास' ने दुनिया भर में विज्ञान के लिए कई ठोस परियोजनाएं, कार्यक्रम और धन जुटाया है. इस दिवस ने संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले वैज्ञानिकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में मदद की है. उदाहरण के लिए यूनेस्को के सहयोग से इजरायल-फिलिस्तीनी विज्ञान संगठन (IPSO) का निर्माण हुआ है.

विश्व विज्ञान दिवस का महत्व
इस दिवस को मनाने का मूल कारण दीर्घकालिक समाज के लिए विज्ञान और वैज्ञानिकों की भूमिका के महत्व को बताना है. साथ ही नागरिकों को विज्ञान की आवश्यकता के बारे में सूचित करना है. यानी, विश्व विज्ञान दिवस आम जनता को उनके जीवन में विज्ञान की प्रासंगिकता दिखाने और उन्हें चर्चाओं में शामिल करने का अवसर प्रदान करता है. इस तरह के कार्यक्रम शांति और विकास के लिए वैश्विक खोज के लिए एक अनूठा दृष्टिकोण भी पेश करते हैं.

शांति व विकास के लिए पहला विश्व विज्ञान दिवस 10 नवंबर, 2002 को यूनेस्को के तत्वावधान में दुनियाभर में मनाया गया था. इसमें सरकारी, अंतर-सरकारी और गैर-सरकारी संगठन, यूनेस्को नेशनल कमीशन, वैज्ञानिक और अनुसंधान संस्थानों, पेशेवर संगठनों, मीडिया, विज्ञान शिक्षकों और स्कूलों ने भाग लिया था.

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