अलीगढ़ः जिस कंधे पर कानून की रक्षा करने की जिम्मेदारी थी, अगर वही कानून हाथ में लेने लगे तो आम पब्लिक का क्या होगा. ऐसा ही कुछ वाकया उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ है. इलाके के एक थाने में तैनात महिला स्पेशल पुलिस ऑफिसर के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राकेश यादव को सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में पीड़ित ने शुक्रवार को एसएसपी से शिकायत की थी. आरोपी इंस्पेक्टर पर थाना कारसी में दुष्कर्म, एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन को सौंपी गयी है. वहीं आरोपी इंस्पेक्टर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
विवेचना के बहाने बुलाया था होटल
पीड़ित के शिकायत पत्र में कहा गया है कि उसकी बेटी का दहेज को लेकर ससुराल वालों से विवाद चल रहा था. इसी को लेकर बेटी ने ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले की विवेचना क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राकेश यादव कर रहे थे. पीड़ित के मुताबिक विवेचना के दौरान वो राकेश यादव के संपर्क में आयी. उन्होंने बेटी को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया और फिर विवेचना के नाम पर अपने पास बुलाकर उत्पीड़न करने लगे.
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बीते 10 अक्टूबर को आरोपी ने पीड़ित को रामघाट रोड के थाना कारसी के एक होटल पर बेटी के मुकदमे की जानकारी और कागजात देने के बहाने बुलाया. महिला एसपीओ जब वहां पहुंची तो इंस्पेक्टर राकेश यादव ने उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके साथ ही धमकी दी कि मुंह खोला तो बेटी के मुकदमे में कोई कार्रवाई नहीं होगी. पीड़ित ने एसएसपी मुनिराज को मोबाइल पर बात की गई अश्लील बातों की रिकॉर्डिंग भी दी है. फिलहाल एसएसपी ने इस पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन को सौंपी है.