नई दिल्लीः ममता बनर्जी सरकार के पश्चिम बंगाल के नाम बदलने के प्रस्ताव को केंद्र द्वारा खारिज कर दिया गया है.
गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई 27 को पश्चिम बंगाल विधानसभा ने राज्य का नाम बदलने की मांग की थी. विधानसभा ने अपनी मांग में राज्य का नाम बदलकर तीन भाषाओं बांग्ला, अंग्रेजी और हिंदी में बांग्ला रखने का प्रस्ताव पारित किया था.
आपको बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने 2011 में राज्य का नाम बदलकर पश्चिम बंगो रखने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर आपत्ति जताई थी.
इस संबंध में भाजपा के प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है.
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भाजपा प्रवक्ता से नाम बदलने को लेकर जब टीएमसी की साजिश की बात की गई तो उन्होंने कहा कि, नाम पर सियासत गलत है, हमारी पार्टी ने भी कई नामों के सुझाव दिए थे.
सुदेश वर्मा ने कहा कि नाम को लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि मुद्दा नाम बदलने का नहीं है, बल्कि यह जरूरी है कि नाम को लेकर सियासत नहीं होनी चाहिए.
बता दें ममता बनर्जी सरकार की राज्य के नाम को बदलने के पीछे यह दलील थी कि राज्य का नाम अंग्रेजो के समय से ही है.