नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने तीनों सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. राज्य में लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने वाली भाजपा इस विधानसभा उपचुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई और उसे खड़गपुर सदर सीट का नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं, उत्तराखंड की पिथौरागढ़ सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने अपना कब्जा बरकरार रखा.
पश्चिम बंगाल में विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने कालियागंज, खड़गपुर सदर और करीमपुर सीटों पर जीत दर्ज की. भाजपा इन तीनों सीटों पर दूसरे नंबर पर रही. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपचुनाव में जीत के बाद कहा कि मतदाताओं ने भाजपा को उसके 'सत्ता के अहंकार' के लिए सबक सिखाया है.
आपको बता दें, इन सभी जगहों पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था. गुरुवार को आए विधानसभा उपचुनाव के नतीजों में तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की कालियागंज और खड़गपुर सदर और करीमपुर सीट पर जीत दर्ज की है.
पश्चिम बंगाल में सबसे चौंकाने वाले परिणाम खड़गपुर सदर सीट से रहा है. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की कुल 42 सीटों में से 18 सीटें जीतने वाली भाजपा के विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार प्रेमचंद्र झा को तृणमूल कांग्रेस के प्रदीप सरकार ने हराकर भगवा पार्टी से यह सीट छीन ली.
इस बारे में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सरकार ने भाजपा उम्मीदवार को 20788 मतों के अंतर से हराया.
खड़गपुर सदर सीट पर भाजपा की हार पार्टी के लिए एक झटका है जिसके प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष मेदिनीपुर से लोकसभा चुनाव जीतने से पहले वहां से विधायक थे. खड़गपुर सदर मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाला एक विधानसभा क्षेत्र है.
तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार बिमलेंदु सिन्हा रॉय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार को 23910 से अधिक मतों से हराकर करीमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीता.
उन्होंने इस सीट पर अपनी पार्टी का कब्जा बरकरार रखा. तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने पिछले विधानसभा चुनाव में करीमपुर सीट पर जीत दर्ज की थी, बाद में वह कृष्णानगर लोकसभा सीट से निर्वाचित हो गईं.
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तृणमूल कांग्रेस के रॉय को 103278 वोट, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के मजूमदार को 79368 वोट मिले. निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के तपन देव सिन्हा ने कालियागंज सीट जीत ली है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के कमल चंद्र सरकार को 2418 वोटों से हराया.
कालियागंज रायगंज लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाला एक विधानसभा क्षेत्र है. भाजपा ने रायगंज लोकसभा सीट पर कुछ ही महीने पहले 56 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी.
गौरतलब है कि यह पहली बार हुआ कि तृणमूल कांग्रेस ने कालियागंज और खड़गपुर सीटों पर जीत दर्ज की है.
उपचुनाव के यह परिणाम तृणमूल कांग्रेस के लिए बड़े प्रोत्साहन के तौर पर आए हैं, जिसे 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ा था. भाजपा ने राज्य की कुल 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की थी. तृणमूल कांग्रेस ने 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य में 34 सीटें जीती थीं लेकिन 2019 चुनाव में 22 सीटें ही जीत पाई.
पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की हार से हैरान कालियागंज से पार्टी के उम्मीदवार कमल चंद्र सरकार ने कहा कि एनआरसी के प्रस्तावित क्रियान्वयन को लेकर भ्रम से भाजपा को सीटों का नुकसान हुआ.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपचुनाव में पार्टी की जीत का श्रेय राज्य की जनता को देते हुए कहा कि मतदाताओं ने भाजपा को उसके 'सत्ता के अहंकार' के लिए सबक सिखाया है.
उन्होंने एक टेलीविजन चैनल से कहा, 'हम इस जीत को बंगाल के लोगों को समर्पित करते हैं. भाजपा को सत्ता के अहंकार और बंगाल के लोगों का अपमान करने के लिए सबक मिला है.' उन्होंने कहा कि माकपा और कांग्रेस स्वयं को मजबूत करने की बजाय भाजपा की पश्चिम बंगाल में 'मदद' कर रही हैं.
वहीं, देहरादून से प्राप्त खबर के अनुसार भाजपा ने उत्तराखंड में पिथौरागढ़ सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. भाजपा उम्मीदवार ने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार को तीन हजार से अधिक वोटों से हरा दिया.
पिथौरागढ़ जिलाधिकारी सह निर्वाचन अधिकारी वी के जोगदंदे ने बताया कि भाजपा उम्मीदवार चंद्रा पंत को 26086 वोट, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अंजू लुंठी को 22819 वोट मिले. सीट पर उपचुनाव भाजपा विधायक प्रकाश पंत का गत जून में बीमारी के चलते निधन होने के चलते कराना जरूरी हो गया था. भाजपा ने उनकी पत्नी चंद्रा पंत को उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया था.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जीत की उम्मीद थी. उन्होंने कहा, 'सीट हमारी थी और हमें इसे बरकरार रखने की खुशी है. जीत का अंतर अधिक है. हम क्षेत्र के लोगों को इसके लिए धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने एक बार फिर हममें भरोसा जताया है.'