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उपराष्ट्रपति ने की जाति व्यवस्था खत्म करने की अपील - शिवगिरि श्रद्धालु सम्मेलन

87वें शिवगिरि श्रद्धालु सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश से जाति व्यवस्था खत्म होनी चाहिए और भविष्य का भारत जाति विहीन तथा वर्ग विहीन होना चाहिए.

वेंकैया नायडू वेंकैया नायडू
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Published : Dec 30, 2019, 10:06 PM IST

त्रिवेंद्रम : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आर्थिक और तकनीकी मोर्चे पर देश ने महत्वपूर्ण कामयाबी अर्जित की है, लेकिन जाति, समुदाय और लिंग के आधार पर भेदभाव के बढ़ते मामले बड़ी चिंता का कारण हैं. उन्होंने कहा कि जातिगत भेदभाव खत्म किया जाना समय की जरूरत है.

राज्य की राजधानी से 45 किलोमीटर दूर शिवगिरि मठ में 87वें शिवगिरि श्रद्धालु सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि देश से जाति व्यवस्था खत्म होनी चाहिए और भविष्य का भारत जाति विहीन तथा वर्ग विहीन होना चाहिए .

उन्होंने गिरजाघरों, मस्जिदों और मंदिरों के प्रमुखों से जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को खत्म करने के लिए काम करने को कहा.

नायडू ने कहा कि मठ के संस्थापक श्री नारायण गुरु महान संत और क्रांतिकारी मानवतावदी थे, जिन्होंने जाति व्यवस्था और अन्य विभाजनकारी प्रवृत्ति को खारिज किया.

उन्होंने कहा कि भारत को आर्थिक और तकनीकी मोर्चे पर महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है, लेकिन देश में कुछ ऐसे हिस्से हैं जहां सामाजिक बुराइयां विद्यमान हैं.

उपराष्ट्रपति ने कहा, 'हम अशांति के समय में रह रहे हैं. जाति, समुदाय और लिंग के आधार पर भेदभाव बढ़ना बड़ी चिंता का कारण है. हम सबको आत्म विश्लेषण करना होगा और व्यावहारिक कदम उठाना होगा.'

नायडू ने कहा कि खासकर सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों के संदर्भ में गुरु की सीख आज के समय में भी प्रासंगिक है.

पढ़ें- CAA और NPR पर सकारात्मक चर्चा की जरूरत : उप राष्ट्रपति

वार्षिक शिवगिरि तीर्थयात्रा पर उन्होंने कहा कि हर साल श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या साफ संकेत है कि गुरु के अनुयायियों के लिए शिवगिरि पूजा-अर्चना का शीर्ष केंद्र बन गया है.

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी और राज्य के मंत्री के सुरेंद्रन समेत अन्य लोग इस अवसर पर मौजूद थे.

त्रिवेंद्रम : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आर्थिक और तकनीकी मोर्चे पर देश ने महत्वपूर्ण कामयाबी अर्जित की है, लेकिन जाति, समुदाय और लिंग के आधार पर भेदभाव के बढ़ते मामले बड़ी चिंता का कारण हैं. उन्होंने कहा कि जातिगत भेदभाव खत्म किया जाना समय की जरूरत है.

राज्य की राजधानी से 45 किलोमीटर दूर शिवगिरि मठ में 87वें शिवगिरि श्रद्धालु सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि देश से जाति व्यवस्था खत्म होनी चाहिए और भविष्य का भारत जाति विहीन तथा वर्ग विहीन होना चाहिए .

उन्होंने गिरजाघरों, मस्जिदों और मंदिरों के प्रमुखों से जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को खत्म करने के लिए काम करने को कहा.

नायडू ने कहा कि मठ के संस्थापक श्री नारायण गुरु महान संत और क्रांतिकारी मानवतावदी थे, जिन्होंने जाति व्यवस्था और अन्य विभाजनकारी प्रवृत्ति को खारिज किया.

उन्होंने कहा कि भारत को आर्थिक और तकनीकी मोर्चे पर महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है, लेकिन देश में कुछ ऐसे हिस्से हैं जहां सामाजिक बुराइयां विद्यमान हैं.

उपराष्ट्रपति ने कहा, 'हम अशांति के समय में रह रहे हैं. जाति, समुदाय और लिंग के आधार पर भेदभाव बढ़ना बड़ी चिंता का कारण है. हम सबको आत्म विश्लेषण करना होगा और व्यावहारिक कदम उठाना होगा.'

नायडू ने कहा कि खासकर सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों के संदर्भ में गुरु की सीख आज के समय में भी प्रासंगिक है.

पढ़ें- CAA और NPR पर सकारात्मक चर्चा की जरूरत : उप राष्ट्रपति

वार्षिक शिवगिरि तीर्थयात्रा पर उन्होंने कहा कि हर साल श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या साफ संकेत है कि गुरु के अनुयायियों के लिए शिवगिरि पूजा-अर्चना का शीर्ष केंद्र बन गया है.

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी और राज्य के मंत्री के सुरेंद्रन समेत अन्य लोग इस अवसर पर मौजूद थे.

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KL-VENKAIAH-SIVAGIRI
VP appeals to eradicate caste system in India
         Varkala (Ker), Dec 30 (PTI): Vice President Venkaiah
Naidu on Monday said though the country has made significant
strides of progress on the economic and technological front,
increasing cases of discrimination based on caste, community
and gender are still a cause for great concern.
         Ending caste discrimination was the need of the hour,
he added.
         The caste system in the country is a "vicious cycle"
and the India of the future must be "caste-less and class-
less", he said here inaugurating the 87th Sivagiri Pilgrimage
Meet at Sivagiri Mutt, located over 45 km away from the state
capital.
         He urged religious heads of churches, mosques and
temples to work towards eradicating discrimination on the
basis of caste.
         Naidu said Sree Narayana Guru, founder of the Mutt,
was a great saint and revolutionary humanist who had boldly
rejected the caste system and all other divisive tendencies
that turn people against each other.
         "Though India has made significant strides of progress
on the economic and technological front, I fear that there are
pockets in the nation where social evils persist," he said.
          "We live in times of turbulence. Increasing cases of
discrimination based on caste, community and gender are a
cause for great concern. It is time for us to retrospect and
take pragmatic steps," the Vice President said.
         Stating that the country should be a safe space for
diversity and dissent to thrive in, he said the notion of the
'other' should be dispelled.
         "The nation we aim to build must have a place for
everyone to reach their full potential and lead fulfilling
lives by providing equal opportunities to one and all," he
said.
         Though the Constitution has already criminalised the
abhorrent and inhuman practice of untouchability and the
government can make laws in this regard, the implementation of
these laws in "letter and spirit" depends a great deal on the
mind-set of the society.
         "The movement to dispel the caste system must come
within the heart and mind of society. It must be an
intellectual revolution, a compassionate revolution, a
humanitarian revolution," he said.
         Hailing Guru's life and teachings, Naidu said coming
to Sivagiri Mutt has been a deeply spiritual experience for
him.
         "Sree Narayana Guru was a great saint, social
reformer, philosopher and revolutionary humanist. His life and
teachings have crossed the borders of our country and have
touched lives and inspired people all across the world," he
said.
         The Vice President noted that Guru's teachings are of
significant contemporary relevance, especially in the context
of our efforts to promote social justice.
         Though Guru was a Hindu by birth, he was not biased
towards any religion and "respected and treated all religions
equally."
         The Guru boldly rejected the caste system and all
other divisive tendencies that turn people against each other,
Naidu added.
         On the annual Sivagiri pilgrimage, he said the
increasing number of pilgrims, year after year is a clear
indication that Sivagiri has become the supreme centre of
worship for followers of Guru, the personification of the
synthesis of all religions.
         Kerala Governor Arif Mohammed Khan, Union minister V
Muraleedharan, former chief minister Oommen Chandy and state
minister Kadakampally Surendran were among those who
participated. PTI LGK UD
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