नई दिल्ली: कांग्रेस में नेतृत्व संकट को लेकर दिल्ली स्थित मुख्यालय में हर दिन बैठकें हो रही हैं. इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और मेघालय के शिलांग से कांग्रेस सांसद विन्सेन्ट पाला पूर्वोत्तर में पार्टी को मजबूती देने के लिए युवाओं को शामिल करने की पहल की है.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए पाला ने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का समर्थन पूर्वोत्तर के अन्य दलों को मिला है. पाला ने कहा कि पहले हमारे पास कार्यकर्ता थे, युवा कांग्रेस, सेवादल, महिला कांग्रेस थे. जो अब कई अन्य दलों में बदल गईं, इसलिए हमें फिर से युवा शक्ति को शामिल करने की आवश्यक्ता है.
बता दें, इस चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन पूर्वोत्तर में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन था. इस क्षेत्र की 25 सीटों में से कांग्रेस को केवल चार सीटें मिलीं. पार्टी को असम में तीन और मेघालय में एक सीट मिली है. दूसरी ओर भाजपा और उसके सहयोगी दलों को 18 सीटें मिलीं. बीजेपी को 14 सीटें मिलीं और उसके सहयोगियों को 4 सीटें मिलीं.
पाला ने कहा कि हमें लोगों तक पहुंचने की जरूरत है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कांग्रेस फिर से वापस आएगी. पहले हम छह साल तक विपक्ष में थे, फिर हम दस साल के लिए आए. हमें उम्मीद है कि हमारी पार्टी फिर से मजबूत होगी और सत्ता में आएगी.